सार
कर्नाटक ने मंगलवार को खुद को भारत का ‘इलेक्ट्रिक वाहन हब’ करार देते हुए दावा किया कि देश में टेस्ला का उत्पादन संयंत्र स्थापित करने के लिए कर्नाटक सबसे उपयुक्त स्थान है।
ऑटो एंड बिजनेस डेस्क। एलन मस्क के नेतृत्व वाली टेस्ला कंपनी के कारों की जितनी डिमांड है उसकी प्रोडक्शन यूनिट स्थापित करने के लिए राज्यों में होड़ लगी हुई है। टेस्ला कंपनी के मालिक एलन मस्क को भारत में अपनी फैक्ट्री स्थापित करने का आमंत्रण देने वाले राज्यों में कर्नाटक भी शुमार हो गया है। कर्नाटक ने मंगलवार को खुद को भारत का ‘इलेक्ट्रिक वाहन हब’ करार देते हुए दावा किया कि देश में टेस्ला का उत्पादन संयंत्र स्थापित करने के लिए कर्नाटक सबसे उपयुक्त स्थान है।
पांच राज्य पहले से दे चुके हैं आमंत्रण
इससे पहले तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, पंजाब और तमिलनाडु (Telangana, West Bengal, Maharashtra, Punjab and Tamil Nadu) जैसे राज्य भी मस्क को अपने यहां टेस्ला की उत्पादन यूनिट स्थापित करने के लिए आमंत्रित कर चुके हैं। बता दें कि तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र (Telangana, West Bengal, Maharashtra) जैसे राज्यों के बाद, पंजाब (Punjab) ने इलेक्ट्रिक कार निर्माता टेस्ला को भारत में संयंत्र स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया था। पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने रविवार को ट्वीट कर अमेरिकी इलेक्ट्रिक कार प्रमुख को राज्य में अपना विनिर्माण संयंत्र (manufacturing plant) स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया था। वहीं तमिलनाडू ने भी टेस्ला के लिए राज्य में पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराने के लिए हामी भरी है।
कर्नाटक के उद्योग मंत्री ने दिया न्योता
कर्नाटक के भारी एवं मध्यम उद्योग मंत्री मुरुगेश आर निरानी (Heavy and Medium Industries Minister Murugesh R Nirani) ने ट्वीट किया, ‘‘400 से ज्यादा शोध एवं विकास केंद्रों, 45 से अधिक इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) स्टार्टअप और बेंगलुरु के पास एक ईवी क्लस्टर के साथ कर्नाटक भारत का ‘ईवी हब’ बनकर उभरा है। मिस्टर एलन मस्क, भारत में Tesla का Plant स्थापित करने के लिए कर्नाटक सबसे उपयुक्त स्थान होगा।’
इससे पहले रविवार को पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने ट्वीट में लिखा कि 'पंजाब मॉडल' लुधियाना (Ludhiana) को इलेक्ट्रिक वाहनों और बैटरी उद्योग के लिए एक हब के रूप में विकसिता करेगा। इसमें निवेश के लिए समयबध्द सिंगल-विंडो क्लीयरेंस होगा जो पंजाब में नई तकनीक लाएगा, हरित रोजगार पैदा करेगा, पर्यावरण संरक्षण की राह पर चलेगा, और सतत विकास करेगा।
इसके पहले तेलंगाना के बाद महाराष्ट्र भारत का दूसरा राज्य बन गया था, जिसने टेस्ला को यहां संयंत्र स्थापित करने और इलेक्ट्रिक कारों के प्रोडक्शन के लिए आमंत्रित किया था। महाराष्ट्र ने टेस्ला के सीईओ एलन मस्क को राज्य में ईवी प्रोडक्शन संयंत्र स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया था। महाराष्ट्र के जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल (Maharashtra Water Resources Minister Jayant Patil) ने रविवार को ट्विटर पर लिखा कि राज्य भारत में इलेक्ट्रिक कारों के निर्माण के लिए टेस्ला का विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने का स्थान हो सकता है ।
महाराष्ट्र के मंत्री ने दिया था आमत्रंण
रविवार को जयंत पाटिल (Jayanta Patil) ने उसी ट्वीट का जवाब देते हुए कहा कि महाराष्ट्र भारत के सबसे प्रगतिशील राज्यों में से एक है। “हम आपको भारत में स्थापित होने के लिए महाराष्ट्र से सभी आवश्यक सहायता प्रदान करेंगे। हम आपको महाराष्ट्र में अपना फैक्ट्री स्थापित करने के लिए आमंत्रित करते हैं,"।
पश्चिम बंगाल के मंत्री ने दिया ऑफर
पश्चिम बंगाल सरकार (West Bengal government) ने भी टेस्ला को राज्य में अपना कार निर्माण संयंत्र स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया है। पश्चिम बंगाल के मंत्री मोहम्मद गुलाम रब्बानी ने शनिवार को एलन मस्क के उस ट्वीट का जवाब दिया जिसमें टेस्ला के सीईओ ने लिखा था कि उनकी कंपनी अभी भी देश में परिचालन शुरू करने में भारत सरकार के साथ कई चुनौतियों का सामना कर रही है।
तेलंगाना सरकार पहले ही दे चुकी सुनहरा ऑफर
एलन मस्क के ट्वीट का जवाब तब आया जब तेलंगाना सरकार (Telangana government) ने पहले ही भारत में टेस्ला के ईवी मैन्युफैक्चरिंग प्लांट खोलने के लिए बड़ा ऑफर दिया है। तेलंगाना के उद्योग और वाणिज्य मंत्री के टी रामाराव (KT Rama Rao) ने ट्विटर पर लिखा कि हमारी सरकार को टेस्ला के संयंत्र स्थापित करने की चुनौतियों के माध्यम से काम करने में टेस्ला के साथ साझेदारी करने में खुशी होगी। राव ने लिखा, "हमारा राज्य स्थिरता की पहल में एक चैंपियन और भारत में एक टॉप इकॉनामिक राज्य है।"
काफी समय से भारत में विनिर्माण और व्यवसाय (starting manufacturing and business) संचालन शुरू करने में रुचि दिखाने के बावजूद, एलन मस्क (Elon Musk) ने पिछले साल अगस्त में यह कहते हुए चिंता जताई थी कि भारतीय आयात शुल्क दुनिया में किसी भी बड़े देश के मुकाबले सबसे अधिक है, जो ओईएम की योजना को प्रभावित कर रहा है। यहां एक व्यवसाय शुरू करें।
इम्पोर्ट ड्यूटी को कम कराना चाहती है टेस्ला
भारत वर्तमान में आयातित कारों पर 60-100 प्रतिशत के बीच एक्सपोर्ट ड्यूटी लगाता है। भारत 40,000 डॉलर से अधिक CIF (Cost, Insurance and Freight) मूल्य वाली पूरी तरह से आयातित कारों पर 100 प्रतिशत आयात शुल्क लगाता है, जबकि उन कारों पर 60 प्रतिशत शुल्क लगाया जाता है जिनकी कीमत कम होती है। केवल टेस्ला मॉडल 3 (Tesla Model 3) स्टैंडर्ड रेंज प्लस (Standard Range Plus ) की कीमत 40,000 डॉलर से कम है। उस स्थिति में, यदि टेस्ला को CBU (completely built unit) के माध्यम से भारत में मॉडल 3 का आयात करना है, तो इसकी लागत लगभग ₹70 लाख होने की उम्मीद है।
केंद्र सरकार लोकल प्रोडक्शन के लिए बना रहा दवाब
वहीं भारत सरकार (Indian government) चाहती है कि टेस्ला आयात शुल्क में कोई कमी करने से पहले भारत में ही उत्पादन करने के लिए अपना संयंत्र स्थापित करे। वहीं ईवी निर्माता को लगता है कि मौजूदा कर (existing tax) दरों पर अपनी कारों को यहां लॉन्च करना कंपनी के लिए एक बेहतर विकल्प नहीं होगा । वहीं कंपनी चीन में अपना संयंत्र स्थापित कर चुकी है, जिससे एशिया और यूरोप के बाजारों में कारों का पहुंचाया जाता है, ऐसे में नई यूनिट शुरू करना भी फायदे का सौदा नहीं होगा।
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