सार
बीजेपी ने सरकार बनने पर राज्य में फ्री कोरोना के टीकाकरण का वादा किया था। घोषणापत्र जारी करते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा था कि अगर एनडीए की सरकार बनी तो पूरे राज्य में कोरोना का फ्री टीकाकरण किया जाएगा।
नई दिल्ली/पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2020) के दौरान बीजेपी (BJP) ने सरकार बनने पर राज्य में फ्री कोरोना के टीकाकरण का वादा किया था। घोषणापत्र जारी करते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा था कि अगर बिहार में एनडीए की सरकार बनी तो पूरे राज्य में कोरोना का फ्री टीकाकरण किया जाएगा। इस मामले को लेकर विपक्ष ने सवाल उठाए थे। इसी वादे पर अब चुनाव आयोग (EC) में भी चुनाव आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत हुई थी। हालांकि आयोग ने कोरोना पर बीजेपी के वादे को आचार संहिता का उल्लंघन नहीं माना है।
आरटीआई कार्यकर्ता साकेत गोखले ने चुनाव आयोग से आचार संहित के उल्लंघन की शिकायत की थी। साकेत गोखले ने आरोप लगाए थे कि बिहार में बीजेपी की ओर से फ्री वैक्सीन की घोषणा केंद्र सरकार की शक्तियों का दुरुपयोग है। इसके जरिए बिहार के मतदाताओं को गुमराह किया जा रह है।
चुनाव आयोग ने दी क्लीन चिट
शिकायत में यह भी कहा था कि कोरोना के टीके का वादा ऐसे समय किया जा रहा है जब कोरोना को लेकर वैक्सीन पॉलिसी ही तय नहीं हो पाई है। शिकायत पर चुनाव आयोग ने कहा कि फ्री कोरोना वैक्सीन का वादा आचार संहिता का उल्लंघन नहीं हो सकता। बताते चलें कि पिछले साल लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की NYAY योजना के वादे पर भी ऐसे ही सवाल उठे थे और चुनाव आयोग में शिकायत हुई थी। लेकिन आयोग ने तब भी कांग्रेस को क्लीन चिट दे दी थी।
सीतारमण ने वैक्सीन को लेकर क्या कहा था?
घोषणापत्र को जारी करते हुए पटना में कोरोना की वैक्सीन को लेकर सीतारमण ने कहा था- "देश में चार तरह के कोरोना वायरस के वैक्सीन बनाए गए हैं। जब इन वैक्सीन का बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू हो जाएगा तब बिहार के सभी लोगों को फ्री में दी जाएगी।" उन्होंने यह भी कहा था कि बिहार चुनाव के लिए बीजेपी का संकल्पपत्र जारी करने का मौका मिलना उनके लिए बहुत गर्व की बात है।
राहुल गांधी ने कसा था तंज़
बीजेपी की घोषणा के बाद तमाम विपक्षी नेताओं के साथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी सवाल किए थे। राहुल ने एक ट्वीट में कहा था- "भारत सरकार ने कोविड वैक्सीन बांटने की अनाउंसमेंट कर दी है। वैक्सीन और झूठे वादे आपको कब मिलेंगे, ये जानने के लिए कि कृपया अपने राज्य के चुनाव की तारीख देखें।"