सार
कुदरत ने ऐसा कहर बरपाया है कि पूरा पटना क्या पूरे बिहार के हालात ठीक नहीं हैं। एक मासूम बच्चे ने अपने घर के पास से एनडीआरएफ टीम के जवानों को निकलते देखा तो बोला- अंकल प्लीज, पानी भेजवा दीजिए। घर में नल से गंदा पानी आ रहा है। लाइट नहीं है इसलिए मोटर भी बंद है। हम खाने तो देख लेंगे, लेकिन पीने के लिए पानी नहीं है।
पटना. करीब एक सप्ताह निकल जाने के बाद भी राजधानी पटना में हालात जस के तस बने हुए हैं। शहर के कई इलाकों में अभी भी कमर तक पानी भर हुआ है। वहीं यहां के कंकड़बाग के शिवाजी पार्क एरिया में रहने वाले एक परिवार के बच्चे का दर्द सामने आया है। उसने राह चलते लोगों से अपने हालत बयां कर मदद की गुहार लगाई।
नम आंखों से बच्चे ने की विनती
कुदरत ने ऐसा कहर बरपाया है कि पूरा पटना क्या पूरे बिहार के हालात ठीक नहीं हैं। राजधानी में हजारों लोग अभी भी बाढ़ की वजह से अपने घरों में कैद हैं। कंकड़बाग इलाके में रहने वाले एक बच्चे ने बचाब दल से अनोखो अंदाज में मदद मांगी है। जब मासूम बच्चे ने अपने घर के पास से एनडीआरएफ टीम के जवानों को निकलते देखा तो बोला- अंकल प्लीज, पानी भेजवा दीजिए। घर में नल से गंदा पानी आ रहा है। लाइट नहीं है इसलिए मोटर भी बंद है। हम खाने तो देख लेंगे, लेकिन पीने के लिए पानी नहीं है।
बच्चे के साथ पिता ने भी मांगा पानी
जिस बच्चे ने एनडीआरएफ टीम से मदद मांगी वह 14 साल का है, उसका नाम सक्षम वत्स है। जो पीने के लिए पानी का गुहार लगा रहा है। वहीं बच्चे के पिता सुनील पांडेय का कहना है कि हम सत्तू, चूड़ा बनाकर पेट तो भर लेंगे, लेकिन पानी नहीं हैं। घर में चारों तरफ से बदबू भी आ रही हैं।
अब 42 लोगों की हुई दर्दनाक मौत
सबसे ज्यादा हालात तो राजधानी पटना के हैं। जब सीएम ने हवाई सर्वे किया तो लोगों ने उनसे मिलकर अपनी दुखभरी कहानी बयां की। राज्य में महामारी की आशंका हो रही है। करीब 15 से 17 लाख लोग इस आपदा की चपेट में हैं। बारिश से जुड़े हादसों में अब तक 42 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं कई इन घटनाओं में घायल हुए हैं। मरने वाले 42 लोगों में भागलपुर में दस, गया में छह, पटना एवं कैमूर में चार-चार, खगड़िया एवं भोजपुर में तीन-तीन, बेगूसराय, नालंदा एवं नवादा में दो-दो, पूर्णिया, जमुई, अरवल, बांका, सीतामढी एवं कटिहार में एक-एक व्यक्ति शामिल हैं ।
मुख्यमंत्री ने जलमग्न का किया हवाई सर्वे
सीएम नीतीश कुमार ने मंगलवार को पटना के जलमग्न हो गए इलाकों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। पटना के एक अणे मार्ग स्थित अपने सरकारी आवास से गांधी मैदान होते हुये नीतीश ने शहर के जलजमाव वाले क्षेत्रों का मुआयना किया।