सार

कोरोना वायरस के फैलने के खतरे के मद्देनजर बिहार में मेडिकल टीम अलर्ट मोड पर है। बौद्ध धर्म वाले देशों से आने वाले पर्यटकों का बिहार आना सरकार ने अगले आदेश तक के लिए प्रतिबंधित कर दिया है। एयरपोर्ट पर मरीजों की पहचान के लिए स्कैनिंग कराई जा रही है। 

पटना। दुनिया भर में महामारी का रूप ले रहे कोरोना वायरस ने भारत में भी दस्तक दे दी है। अबतक देश के विभिन्न शहरों में बीमारी के 29 संदिग्ध मरीज मिल चुके हैं। सरकार ने बीमारी को फैलने से रोकने व देशवासियों को बीमारी से बचाने के लिए देश भर के हवाई अड्‌डों पर हाई अलर्ट जारी किया है। इसी क्रम में सरकार ने एहतियातन गया एयरपोर्ट पर चार देशों के यात्रियों के लैंडिंग पर रोक लगा दी है। सरकार ने चीन, इटली, दक्षिण कोरिया और जापान के यात्रियों के बिहार के गया आने पर अगले आदेश तक रोक लगा दिया है। 

एयरपोर्ट पर स्कैनिंग से वायरस की होगी पहचान
गया हवाई अड्डे पर आने वाले विदेशियों में वायरस की पहचान के लिए उनकी स्कैनिंग कराई जा रही है। गया एयरपोर्ट के डायरेक्टर दिलीप कुमार ने बताया कि एयरपोर्ट पर वायरस की पहचान के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। मेडिकल टीम गठित की गई है जो हर आने वाले यात्री की अच्छी तरह से स्कैनिंग कर रही है। इस दौरान अगर किसी को संदिग्ध पाया जाता है तो उसे मगध अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भेजा जा रहा है। गया एयरपोर्ट पर म्यांमार के एक यात्री को संदिग्ध पाया गया। जिसे मगध मेडिकल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। हालांकि, जांच में उसे नेगेटिव पाया गया। बुधवार को शेरघाटी में कोरोना वायरस के एक संदिग्ध की पहचान हुई है। 

चीन के ताबाग से मेडिकल की पढ़ाई कर लौटा है संदिग्ध
संदिग्ध मरीज चीन के ताबाग शहर से मेडिकल की पढ़ाई कर रहा था। वह तृतीय वर्ष का छात्र है। जो कोराना वायरस के भय से चीन छाेड़कर मलेशिया के रास्ता पिछले 7 फरवरी को कोलकाता पहुंचा और वहां से 16 फरवरी को अपने गांव आग गया। 27 फरवरी को सहरसा जाने के क्रम उसकी तबीयत खराब हाने पर वापस शेरघाटी लौट आया। संदिग्ध मरीज का इलाज कर रहे डॉक्टर अमित कुमार ने बताया मरीज को पिछले तीन-चार दिनों से सर्दी, खांसी एवं बुखार है।