सार
लॉकडाउन की वजह से कुछ राज्यों में नए प्रोजेक्ट्स के लिए जमीन अधिग्रहण और मौजूदा परियोजनाओं का काम रुक गया है। लेकिन लॉकडाउन खत्म होते ही ये काम तेजी से आगे बढ़ेंगे। लोगों को नौकरियां और रोजगार मिलेगा।
नई दिल्ली। कोरोना वायरस की वजह से दुनियाभर के बड़े बाजार धराशायी हुए हैं और एक व्यापक मंदी देखी जा रही है। व्यापार बंद होने से लोगों की नौकरियों पर खतरा बन गया है। कंपनियों से कर्मचारियों को निकालने वाली खबर है। मौजूदा हालत में भारत में भी रोजगार को लेकर स्थितियां बहुत खराब नजर आ रही हैं। ऐसे माहौल में कॉल इंडिया की ओर से बड़े पैमाने पर रोजगार देने की खबर सामने आई है।
हालांकि गिरती बिक्री से कोल इंडिया भी जूझ रही है। मगर फिर भी एग्जिक्यूटिव और नॉन-एग्जिक्यूटिव काडर्स में इस साल कंपनी करीब 6,000 लोगों को हायर करने का प्लान बनाया है। "ईटी" को कोल इंडिया के सीनियर एग्जिक्यूटिव ने बताया कि फिलहाल लॉकडाउन की वजह जॉब देने की प्रक्रिया सुस्त हो गई है। पर जैसे ही स्थिति सामान्य होगी कोल इंडिया और सहयोगी इकाइयां बड़े पैमाने पर खाली पदों को भरेंगी। कई पद इसी साल खाली होने वाले हैं। पिछले साल कॉल इंडिया ने 8 हजार पदों पर भर्तियां की थीं।
इन पदों पर होगी भर्ती
रिपोर्ट के मुताबिक जो पद भरे जाने हैं उनमें माइनिंग सरदार, ओवरमैन, सुपरवाइजर और सेफ्टी ऑफिसर जैसे पोस्ट को भरने का अप्रूवल हो चुका है। सीनियर एग्जिक्यूटिव ने बताया कि कोरोना और लॉकडाउन की वजह से कुछ राज्यों में नए प्रोजेक्ट्स के लिए जमीन अधिग्रहण और मौजूदा परियोजनाओं का काम रुक गया है। लेकिन लॉकडाउन खत्म होते ही ये काम तेजी से आगे बढ़ेंगे। लोगों को नौकरियां और रोजगार मिलेगा।
नौकरी देने वाली दूसरी बड़ी कंपनी
सार्वजनिक क्षेत्र में रेलवे के बाद कोल इंडिया नौकरी देने वाली देस की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है। फिलहाल 2.8 लाख कर्मचारी हैं, जिनमें 19,000 एग्जिक्यूटिव्स और बाकी नॉन-एग्जिक्यूटिव और लेबर हैं। करीब 10,000 लोग हर साल कंपनी से रिटायर होते हैं।
(प्रतीकात्मक फोटो)