सार
सरकार ने भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी (IREDA) लिमिटेड में 1,500 करोड़ रुपए की पूंजी डालने का फैसला किया है। इससे इरेडा की कर्ज देने की कैपेसिटी बढ़कर 12,000 करोड़ रुपए हो जाएगी।
बिजनेस डेस्क। सरकार ने बुधवार को ग्रीन एनर्जी सेक्टर (Green Energy Sector) को 1500 करोड़ रुपए का बूस्टर डोज दिया है। पीएम मोदी इस सेक्टर को ऊपर लाने के लिए पहले भी कई बार जोर देकर कह चुके हैं। जिसके बाद देश की बड़ी कंपनियां जिसमें अडानी ग्रुप, रिलायंस और टाटा ग्रुप जैसे घराने इस पर काफी आगे बढ़ चुके हैं। वास्तव में सरकार ने भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी (IREDA) लिमिटेड में 1,500 करोड़ रुपए की पूंजी डालने का फैसला किया है। इससे इरेडा की कर्ज देने की कैपेसिटी बढ़कर 12,000 करोड़ रुपए हो जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी।
Subscribe to get breaking news alerts
अक्षय ऊर्जा के वित्तपोषण के लिए भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड (इरेडा) की स्थापना की गई थी।
— Office of Mr. Anurag Thakur (@Anurag_Office) January 19, 2022
आज #Cabinet ने इरेडा में 1500 करोड़ रुपये के इक्विटी निवेश को मंजूरी दी । #CabinetDecisions pic.twitter.com/Nft7vDEReC
बढ़ जाएगी कर्ज देने की क्षमता
कैबिनेट की बैठक के बाद सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने जानकारी देते हुए कि भारतीय रिजर्व बैंक के कर्ज संबंधी नियमों को देखते हुए यह फैसला किया गया है। मंत्री ने कहा कि इरेडा में 1,500 करोड़ रुपए की पूंजी डाले जाने से उसकी नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र को कर्ज देने की क्षमता 12,000 करोड़ रुपए हो जाएगी। मंत्रिमंडल के इस निर्णय से इरेडा को 3,500 से 4,000 मेगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा यानी ग्रीन एनर्जी क्षमता सृजित करने में मदद मिलेगी।
यह भी पढ़ें:- Paytm Share Price: दो महीने में निवेशकों के डूब गए एक लाख रुपए ज्यादा, जानिए कैसे
क्या है इरेडा
इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी लिमिटेड अक्षय ऊर्जा यानी ग्रीन एनर्जी सेक्टर में बड़ी भूमिका निभाती है। इस एजेंसी की स्थापना अक्षय ऊर्जा के फाइनेंसिंग के लिए की गई थी। पिछले 6 वर्षों में इसका पोर्टफोलियो 8,800 करोड़ रुपए से बढ़कर 28,000 करोड़ रुपए हो गया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा लेकिन आरबीआई के अनुसार, ऋण केवल नेटवर्थ के 20 फीसदी पर ही दिया जा सकता है। इरेडा की कुल संपत्ति 3,000 रुपए करोड़ है। ऐसे में यह केवल 600 करोड़ रुपए तक का लोन दे सकता है। ठाकुर ने आगे कहा कि इस निर्णय से इरेडा ग्रीन एनर्जी सेक्टर में 12,000 करोड़ रुपये तक का लोन देने में सक्षम होगा।
यह भी पढ़ें:- Budget 2022 में सोना और चांदी जैसी कीमती धातुओं की इंपोर्ट ड्यूटी में हो सकती है कटौती
अडानी ग्रुप और रिलायंस कर रहे हैं मोटा निवेश
सिर्फ सरकार ही नहीं बल्कि रिलायंस और अडानी ग्रुप की ग्रीन एनर्जी सेक्टर में मोटा निवेश कर रहे हैं। अडानी ग्रुप की बात करें तो वो इस क्षेत्र में अगले 10 सालों में 70 बिलियन डॉलर का निवेश करेंगे। उन्होंने बयान दिया था कि वो देश में सबसे सस्ती ग्ररन एनर्जी बनाने की योजना पर काम कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी ने कहा था कि वो आने वाले 3 सालों में 10 बिलियन डॉलर यानी 75 हजार करोड़ रुपए का निवेश करेंगे।