सार
एचडीएफसी बैंक आम जनता को 7 से 29 दिनों में मैच्योर होने वाले डिपोजिट्स पर 2.50 फीसदी ब्याज दर ऑफर कर रहा है। वहीं 30 से 90 दिनों में मेच्योर होने वाली फिक्स्ड डिपोजिट पर नियमित ब्याज दर 3 फीसदी तय की गई है।
बिजनेस डेस्क। एचडीएफसी बैंक ने फिक्स्ड डिपोजिट (एफडी) पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। ब्याज की बढ़ी हुई दरें 6 अप्रैल 2022 से शुरू होने वाली एफडी पर लागू होती हैं। नए बदलाव के बाद एचडीएफसी बैंक 7 दिनों से 10 वर्षों के बीच मैच्योर होने वाली जमा राशि पर 2.50 फीसदी से 5.60 फीसदी तक ब्याजदर देता है। एचडीएफसी बैंक आम जनता को 7 से 29 दिनों में मैच्योर होने वाले डिपोजिट्स पर 2.50 फीसदी ब्याज दर ऑफर कर रहा है। वहीं 30 से 90 दिनों में मेच्योर होने वाली फिक्स्ड डिपोजिट पर नियमित ब्याज दर 3 फीसदी तय की गई है।
यहां पर इतनी होगी कमाई
अगर बात 91 दिनों से 6 महीने में मैच्योर होने वाली एफडी की बात करें तो एचडीएफसी बैंक 3.50 फीसदी की ब्याज दर दे रहा है। बैंक अब 6 महीने 1 दिन से 9 महीने और 9 महीने 1 दिन से 1 साल से कम अवधि में मैच्योर होने वाली एफडी पर 4.40 फीसदी ब्याज दर प्रदान करेगा। बैंक की वेबसाइट के मुताबिक एचडीएफसी बैंक ने अपनी एक साल की एफडी की ब्याज दर 10 बेसिस प्वाइंट बढ़ाकर 5.10 फीसदी कर दी है और एक साल की एक दिन से दो साल की एफडी को भी 10 बेसिस प्वाइंट बढ़ाकर 5.10 फीसदी कर दिया है। दो साल, एक दिन से तीन साल, तीन साल, एक दिन से पांच साल और पांच साल, एक दिन से दस साल में मैच्योर होने वाली जमाओं पर लागू ब्याज दरें क्रमश: 5.20 फीसदी, 5.45 फीसदी और 5.60 फीसदी हैं।
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एसबीआई में कितनी होगी कमाई
वहीं दूसरी ओर देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने भी एफडी की दरों में इजाफा किया है। अगर बात 7 दिनों से 10 साल के बीच की एसबीआई एफडी की बात करें तो सामान्य ग्राहकों को 2.9 फीसदी से 5.5 फीसदी तक देगी। वरिष्ठ नागरिकों को इन जमाओं पर 3.4 फीसदी से 6.30 फीसदी तक 50 आधार अंक (बीपीएस) अतिरिक्त मिलेंगे। ये दरें 15 फरवरी 2022 से प्रभावी हैं।
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ईपीएफओ ने कम की दरें
इससे पहले सरकार ने ईपीएफओ की दरों को काफी कम कर दिया है। इस बार सरकार ने ईपीएफओ की ब्याजदरों को 8.5 फीसदी से 8.10 फीसदी कर दिया है, जो करीब 40 साल के निचले स्तर पर हैं। वहीं दूसरी ओर सरकार ने स्मॉल सेविंग स्कीम की दरों को काफी समय स्थिर रखा हुआ है। प्रत्येक तीन महीनों के लिए रिवाइज्ड होने वाली दरों को इस बार अप्रैल से जून तिमाही के लिए अपरिवर्तित रखा हुआ है। वैसे इसमें भी कटौती करने की बातें चल रही थींं।