सार

अग्रवाल पैकर्स और मूवर्स (APM) देश की सबसे बड़ी पैकर्स एंड मूवर्स कंपनी है। साल 2018-19 में कंपनी ने 650 करोड़ रुपए का कारोबार पार कर लिया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी का वैल्युएशन 1,800 करोड़ रुपये है। APM अपनी सफलता का श्रेय अपने काम करने के तरीके को देते हैं।
 

नई दिल्ली. अग्रवाल पैकर्स और मूवर्स (APM) देश की सबसे बड़ी पैकर्स एंड मूवर्स कंपनी है। साल 2018-19 में कंपनी ने 650 करोड़ रुपए का कारोबार पार कर लिया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी का वैल्युएशन 1,800 करोड़ रुपये है। APM अपनी सफलता का श्रेय अपने काम करने के तरीके को देते हैं।

रमेश अग्रवाल का जन्म हरियाणा के एक छोटे से गांव नलवा में हुआ था। अग्रवाल ने इसके बाद अपने भाई राजेन्द्र अग्रवाल के साथ मिलकर एक कोरियर कंपनी शुरू की। इसके बाद दोनों ने मिलकर घरेलू सामान की शिफ्टिंग का कारोबार शुरू कर दिया। एक दोस्त की मां ने उन्हें घर का सामान शिफ्ट करने के बदले चार हजार रुपये दिए। पहले ऑर्डर में अग्रवाल को 1,200 रुपये की कमाई हुई। इसके बाद अग्रवाल बंधुओं ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।

1987 में छोड़ी थी एयर फोर्स की नौकरी  
अग्रवाल पैकर्स एंड मूवर्स के सह संस्थापक रमेश अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने साल 1987 में एयर फोर्स छोड़ने का फैसला लिया था। उन्होंने उस वक्त तक की अपनी पूरी कमाई वार विडो फंड में दान कर दी थी। 

'ग्राहक को अपना भगवान मानते'
अग्रवाल का कहना है कि उनके बिजनेस में तरक्की की मुख्यवजह ईमानदारी, अनुशासन और ग्राहकों की संतुष्टि पर ध्यान है। हम अपने ग्राहक को अपना भगवान मानते' 

'25 में से 1 एम्पलॉई ने ली थी शपथ'
अग्रवाल ने कहा कि पूरी कंपनी में ईमानदारी लाना इतना आसान नहीं था। कई बार ऐसी शिकायतें भी आई कि प्रतिनिधि झूठे वादे करते हैं। इसके बाद साल 1994 में उन्होंने सभी 25 एम्पलॉई से शपथ लिखवाई थी कि वे ग्राहकों से झूठ नहीं बोलेंगे। उस वक्त सिर्फ एक एम्पलॉई ने शपथ ली थी। उसके बाद अग्रवाल ने उस एम्पलॉई की सैलरी 12% बढ़ा दी। उसके बाद सभी इम्पलॉई शपथ पत्र पर साइन करने के लिए आगे आये।

100% सुरक्षा की गारंटी
अब तक कंपनी 18 लाख से अधिक लोगों का सामान शिफ्ट कर चुकी है। आज APM अपने ग्राहकों को सुरक्षा की 100% गारंटी देती है। MRF, ब्लू स्टार, एस्कॉर्ट्स , मारुति, बजाज ऑटो, ह्युंडई, गॉडफ्रे फिलिप्स और एसबीआई उनके कॉर्पोरेट क्लाइंट हैं। लीक से हटकर लॉजिस्टिक समाधान उपलब्ध कराना कंपनी के कारोबार बढ़ाने में काफी मददगार साबित हुआ। कंपनी के सामने सबसे बड़ी चुनौती तब आई जब कई लॉजिस्टिक कंपनियों ने अग्रवाल नाम से कारोबार शुरू कर दिया। इसके बाद कंपनी ने अपने ब्रांड को हटकर दिखाने के लिए अपने यूनिफॉर्म का सहारा लिया। 

72 देशों में फैला है कारोबार
इस समय अग्रवाल पैकर्स और मूवर्स कंपनी का कारोबार दुनिया के 72 देशों में फैला है। अगले दो साल में कंपनी अपना कारोबार और बढ़ाने पर ध्यान दे रही है।