सार

बिहार के बोधगया में सेना के जवानों की बहाली के लिए भर्ती रैली होगी। इसके लिए ऑनलाइन एप्लिकेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

करियर डेस्क। बिहार के बोधगया में सेना के जवानों की बहाली के लिए भर्ती रैली होगी। इसके लिए ऑनलाइन एप्लिकेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बता दें कि सेना के जवानों के लिए होने वाली भर्ती रैली 4 से 18 फरवरी, 2020 तक होगी। यह रैली बोधगया के बीएमपी-3 के ग्राउंड में आयोजित की जाएगी। इसमें बिहार के कुल 11 जिलों के कैंडिडेट्स शामिल हो सकते हैं। ये जिले हैं गया, औरंगाबाद, नवादा, अरवल, जमुई, जहानाबाद, कैमूर, नालंदा, रोहतास, लखीसराय और शेखपुरा। इस भर्ती के लिए ऑनलाइन एप्लिकेशन की प्रक्रिया 6 दिसंबर से शुरू हो गई है जो 19 जनवरी तक चलेगी। 

आवेदन की प्रक्रिया
उपरोक्त जिलों के कैंडिडेट  www.joinindianarmy.nic.in पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं। 19 जनवरी तक एप्लिकेशन लिए जाने के बाद हर जिले के उम्मीदवारों की लिस्ट बनेगी और इसके बाद उनके एडमिट कार्ड वेबसाइट पर अपलोड कर दिए जाएंगे। 4 से 8 फरवरी के बीच शारीरिक परीक्षा का शेड्यूल जारी होगा। कैंडिडेट्स को इसके लिए निर्धारित तिथि से एक दिन पहले पहुंचना होगा और दूसरे दिन शारीरिक परीक्षा में भाग लेना होगा। इसमें जो कैंडिडेट सफल रहेंगे, वे लिखित परीक्षा में भाग लेंगे। लिखित परीक्षा में सफल उम्मीदवारों का चयन कर उन्हें जून 2020 तक ट्रेनिंग के लिए भेज दिया जाएगा।

सेना ने दलालों व ठगों से सावधान रहने की चेतावनी दी
गौरतलब है कि जब भी सेना की भर्तियां बड़े पैमाने पर निकलती हैं, दलालों व ठगों के गिरोह सक्रिय हो जाते हैं। ये कैंडिडेट्स से इस परीक्षा में सफलता दिलाने और नौकरी लगवाने के नाम पर काफी ठगी करते हैं। ऐसे कई मामले पहले सामने आ चुके हैं। इसलिए सेना भर्ती कार्यालय के निदेशक कर्नल विक्रम सैनी ने कैंडिडेट्स से यह अपील की है कि वे ठगों और दलालों के झांसे में नहीं आएं और कोई नौकरी दिलवाने का दावा करता हो तो इसकी सूचना तत्काल उनके कार्यालय को दें।

आसान नहीं है बहाली
बता दें कि सेना में जवान के पद पर बहाली आसान नहीं है। इसके लिए कठिन शारीरिक परीक्षा से गुजरना पड़ता है, जिसमें सफल हो पाना सबके लिए संभव नहीं है। इसके अलावा, कैंडिडेट भी भारी संख्या में उमड़ते हैं। पिछली बार बोधगया में हुई भर्ती रैली के दौरान 50 हजार से भी ज्यादा कैंडिडेट आ गए, जबकि बहाली सिर्फ 400 जवानों की हुई। इसके अलावा लिखित परीक्षा भी है। इस परीक्षा में शामिल होने के लिए आवासीय प्रमाणपत्र साथ लाना जरूरी है, क्योंकि रैली के दौरान दौड़ जिलावार होती है।