सार
यूपीएससी की मुख्य परीक्षा का परिणाम आ गया है। इसमें सफल उम्मीदवारों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा। जो उम्मीदवार इंटरव्यू में सफल होंगे, उनका फाइनल सिलेक्शन होगा। इसके लिए पहले एक फॉर्म भरना जरूरी होता है, जिसे DAF फॉर्म कहते हैं।
करियर डेस्क। यूपीएससी की मुख्य परीक्षा का परिणाम आ गया है। इसमें सफल उम्मीदवारों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा। जो उम्मीदवार इंटरव्यू में सफल होंगे, उनका फाइनल सिलेक्शन होगा। इसके लिए पहले एक फॉर्म भरना जरूरी होता है, जिसे DAF फॉर्म कहते हैं। इसका मतलब है डिटेल्ड एप्लिकेशन फॉर्म। इस फॉर्म में उम्मीदवारों को अपने बारे में विस्तार से जानकारी देनी होती है और हॉबी वगैरह के बारे में बताना होता है। यह फॉर्म इंटरव्यू बोर्ड के हर मेंबर के पास जाता है। इस फॉर्म में जो जानकारियां दी जाती हैं, उनके आधार पर ही उम्मीदवारों से इंटरव्यू में सवाल पूछे जाते हैं। इसलिए इस फॉर्म में जो जानकारियां देनी चाहिए, ध्यान रखें कि वो बिल्कुल सही हों। साथ ही, उन्हें याद भी रखना चाहिए। जानें कैसे होता है यूपीएससी का इंटरव्यू।
1. पूछे जाते हैं निजी सवाल
अक्सर इंटरव्यू की शुरुआत निजी सवालों से होती है। इसमें कैंडिडेट को अपना इंट्रोडक्शन देने के लिए कहा जाता है। साथ ही, फैमिली और हॉबीज के बारे में भी सवाल पूछे जाते हैं। उम्मीदवार के जवाब देने की शैली से इंटरव्यू बोर्ड में बैठे लोगों को उसके आत्मविश्वास और ईमानदारी के बारे में पता चल जाता है।
2. पूछा जा सकता है नाम का मतलब
इंटरव्यू में उम्मीदवार से उसके नाम का मतलब यानी अर्थ भी पूछा जा सकता है। बहुत से लोग ऐसे मिल जाएंगे, जिन्हें अपने नाम का अर्थ पता नहीं होता। इसलिए इसे लेकर जागरूक रहना चाहिए।
3.DAF फॉर्म में दी जानकारी को लेकर
इंटरव्यू में उम्मीदावरों ने DAF फॉर्म में जो व्यक्तिगत जानकारी दी होती है, उसके बारे में भी सवाल पूछे जा सकते हैं। खास तौर पर हॉबीज को लेकर सवाल किए जाते हैं और उम्मीदवारों के अपने राज्य, जिले और शहर से संबंधित जानकारियां ली जाती हैं।
4. करंट अफेयर्स से जुड़े सवाल
इंटरव्यू में करंट अफेयर्स से जुड़े सवाल ज्यादा पूछे जाते हैं। इसमें उम्मीदवारों की रुचि का भी ख्याल रखा जाता है। देश और दुनिया में छाए प्रमुख मुद्दों की जानकारी उम्मीदवार को है या नहीं, इंटरव्यू में इसका पता लगाया जाता है। साथ ही, उम्मीदवार कितना सजग और संवेदनशील है, यह जानने की भी कोशिश की जाती है। कुछ ऐसे सवाल किए जाते हैं, जिनसे उम्मीदवार के एटिट्यूड का पता लगाया जाता है।
5. जरूरी नहीं हर सवाल का जवाब देना
इस बात को इंटरव्यू बोर्ड के मेंबर्स भली-भांति समझते हैं कि उम्मीदवार उनके हर सवाल का जवाब नहीं दे सकता। दरअसल, इंटरव्यू में उम्मीदवार के प्रेजेंस ऑफ माइंड, कठिन परिस्थितियों में उसके निर्णय लेने की क्षमता और आत्मविश्वास की परख की जाती है। इसलिए उम्मीदवारों को उन्हीं सवालों के जवाब देने चाहिए, जिनके उत्तर उन्हें आते हों। जवाब नहीं दे सकने की स्थिति में घबराना, इधर-उधर देखना और बगलें झांकना नहीं चाहिए। ऐसी स्थिति में विनम्रतापूर्वक कह दें कि उन्हें उत्तर नहीं मालूम। इसका असर पॉजिटिव होता है।