सार

रोहित शर्मा अभी अपने करियर के पीक पर हैं, ऐसे में उनका ये फैसला लोगों को हैरान कर रहा है। बतादें कि सलामी बल्लेबाज अभी 33 साल के हैं। ऐसे अगर हम देखे तो वे 5 से 6 साल और क्रिकेट खेलने की बात कर रहे हैं।

स्पोर्ट्स डेस्क. रोहित शर्मा ने अपने करियर को लेकर एक खुलासा किया है। उन्होंने रिटायरमेंट को लेकर प्रतिक्रिया दी है। शर्मा ने इंटाग्राम पर डेविड वॉर्नर से बातचीत में कहा कि मेरा कैरियर 38 से 39 साल की उम्र में खत्म हो जाएगा। क्योंकि परिवार को समय देना महत्वपूर्ण है। दरअसल, इन दिनों कोरोना वायरस के कारण दुनिया के करीब 118 देश लॉकडाउन में हैं। ऐसे में खेल जगत के सभी धुरंधर मैदान छोड़ सोशल मीडिया पर सक्रिय हो गए हैं। इसी कड़ी में भारतीय क्रिकेट टीम के उप कप्तान रोहित शर्मा और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डेविड वॉर्नर ने इंस्टाग्राम पर लाइव चैट किया। 

वर्ल्ड कप के बाद ले सकते हैं संन्यास
रोहित शर्मा अभी अपने करियर के पीक पर हैं, ऐसे में उनका ये फैसला लोगों को हैरान कर रहा है। बतादें कि सलामी बल्लेबाज अभी 33 साल के हैं। ऐसे अगर हम देखे तो वे 5 से 6 साल और क्रिकेट खेलने की बात कर रहे हैं। रोहित ने वॉर्नर से बात करते हुए कहा कि जब आप कम उम्र में क्रिकेट खेल रहे होते हैं तो क्रिकेट ही जिंदगी होती है। पर जब आप 38 या 39 साल के हो जाते हैं तो आप क्रिकेट से बहुत आगे निकल जाते हैं। उनका इशारा साफ था कि इस उम्र तक परिवार के साथ रहना जरूरी होता है। ऐसा माना जा रहा है कि वे 2023 वर्ल्ड कप के बाद संन्यास ले सकते हैं। 

शानदार है रिकॉर्ड
रोहित शर्मा का अब तक का खेल रिकॉर्ड शानदार रहा है। उनके नाम सबसे ज्यादा ODI में दोहरे शतक लगाने का रिकॉर्ड है। उन्होंने अब तक वनडे क्रिकेट में कुल तीन दोहरे शतक लगाए हैं। अगर इस फॉर्मेट में उनके कुल रनों की बात करें तो 9 हजार 115 रन उनके खाते में है। वहीं T-20 में उनके नाम सबसे ज्यादा शतक लगाने का रिकॉर्ड है। उन्होंने इस फॉर्मेट में अब तक कुल 4 शतक लगाए हैं। 

देश के लिए एक और वर्ल्ड कप लाना चाहते हैं
रोहित ने आगे कहा कि उनका सपना है कि वे देश को एक और वर्ल्ड कप दिलाएं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मुझे कंगारू टीम के साथ खेलने में मजा आता है। बतादें कि रोहित ने इंटरनेशनल क्रिकेट में काफी पहले ही कदम रख दिया था। पर उनके करियर का ग्राफ काफी बाद में बढ़ा। वे 2007 में ही भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्य बन गए थे। 2007 T-20 विश्व कप टीम में भी थे। इस वर्ल्ड कप को भारत ने जिता था। लेकिन 2013 चैंपियंस ट्रॉफी से उनका करियर काफी आगे बढ़ा। उन्होंने इसके बाद से ही शिखर धवन के साथ मिलकर सलामी बल्लेबाजी करनी शुरू की। तब से लेकर अब तक उन्होंने कभी भी चयनकर्ताओं को टीम से बाहर करने का मौका नहीं दिया।