सार
विराट कोहली (Virat Kohli) ने शनिवार शाम एकाएक कप्तानी छोड़ने के फैसले से पूरे देश और क्रिकेट फैंस को हैरानी में डाल दिया।
स्पोर्ट्स डेस्क: विराट कोहली (Virat Kohli) के भारत की टेस्ट कप्तानी छोड़ने के साथ ही क्रिकेट (Cricket) के सबसे लंबे प्रारूप में देश के "सबसे सफल कप्तान" का सफर समाप्त हो गया। कोहली ने शनिवार शाम एकाएक कप्तानी छोड़ने के फैसले से पूरे देश और क्रिकेट फैंस को हैरानी में डाल दिया।
कपिल, गावस्कर और धोनी भी जो न कर सके वो विराट ने किया
विराट कोहली के नाम बतौर बल्लेबाज क्रिकेट के कई रिकॉर्ड दर्ज हैं। साथ ही बतौर कप्तान भी उनका भारतीय क्रिकेट के लिए योगदान अमूल्य है। उनके नाम भारत के टेस्ट कप्तान के रूप में सबसे अधिक टेस्ट मैच खेलने का रिकॉर्ड दर्ज है। उन्होंने 68 टेस्ट मैचों में टीम इंडिया की कमान संभाली।
सबसे ज्यादा टेस्ट मैच जीतने वाले भारतीय कप्तान
विराट की कप्तानी की काबिलियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वे बतौर भारतीय कप्तान सबसे ज्यादा टेस्ट मैच जीतने वाले क्रिकेटर हैं। उनकी कप्तानी में भारत ने 40 टेस्ट मैचों में जीत दर्ज की। भारतीय क्रिकेट के सबसे दिग्गज चेहरे कपिल देव, सुनील गावस्कर, मोहम्मद अजहरुद्दीन और महेंद्र सिंह धोनी भी उनके रिकॉर्ड के आस-पास भी नहीं हैं। उनके इस रिकॉर्ड की महत्ता इस बात से और बढ़ जाती है कि टेस्ट क्रिकेट में कप्तान के तौर पर कोहली से ज्यादा मैच सिर्फ साउथ अफ्रीका के ग्रीम स्मिथ, ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग और स्टीव वॉ ने ही जीते हैं।
2014 में शुरू हुआ था बतौर टेस्ट कप्तानी का सफर, शुरुआत भी हार से अंत भी हार के साथ
किसी विद्वान ने सच ही कहा है की सबकुछ संपूर्ण नहीं होता। ऐसा ही कुछ विराट के आंकड़ों को देखकर भी लगता है। भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान की शुरुआत भी हार के साथ हुई और अंत भी हार के साथ ही हुआ। विराट कोहली ने पहली बार साल 2014 में टेस्ट की कप्तानी संभाली थी।
उनके कद के हिसाब से उनका कप्तानी डेब्यू भी क्रिकेट की सबसे मजबूत टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुआ। एडिलेड में खेले गए इस मैच में टीम इंडिया को 48 रनों से हार का सामना करना पड़ा था। वहीं बतौर कप्तान उन्होंने अपना अंतिम मैच साउथ अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन में खेला। इस मैच में भारत को 7 विकेट से हार का सामना करना पड़ा।
बतौर कप्तान बल्ले से भी मचाई धूम
अक्सर ऐसा कहा जाता है कि कप्तानी का बोझ अच्छे-अच्छे खिलाड़ियों की लय बिगाड़ देता है, लेकिन विराट ने न केवल इस मिथक को तोड़ा बल्कि बतौर कप्तान बल्लेबाजी में ऐसे-ऐसे रिकॉर्ड कायम किए जो इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गए। विराट के नाम भारत के कप्तान के रूप में सर्वाधिक टेस्ट शतक जमाने का रिकॉर्ड दर्ज है। उन्होंने बतौर टेस्ट कप्तान कुल 20 शतक जमाए। क्रिकेट के सबसे लंबे और कठिन कहे जाने वाले फॉर्मेट में विराट ने बतौर कप्तान 7 दोहरे शतक भी जमाए।
कोहली के नेतृत्व में 42 महीने तक नंबर एक रही टीम
विराट कोहली के नेतृत्व में भारतीय क्रिकेट टीम आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में 42 महीने तक लगातार नंबर 1 टीम रही। नंबर 1 का ये सफर अक्टूबर 2016 से शुरू होकर मार्च 2020 तक चला। विराट ने जब टेस्ट टीम की कप्तानी संभाली थी तब टीम रैंकिंग में 7वें नंबर पर थी। अब जब उन्होंने टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ी है तो टीम पहले नंबर पर है। इतने लंबे समय तक टीम को नंबर एक की पायदान तक रखने वाला ये किसी भी भारतीय कप्तान का सबसे शानदार रिकॉर्ड है।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंची टीम
विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंची थी। हालांकि यहां टीम दुर्भाग्यशाली रही और फाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड के हाथों उसे हार का सामना करना पड़ा। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का यह पहला ही संस्करण था। अपनी कप्तानी में टीम को ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और साउथ अफ्रीका में मैच जीतना कोहली की बड़ी उपलब्धि मानी जाएगी।
साल 2021 में विराट कोहली ने टी 20 वर्ल्ड कप के बाद टी 20 इंटरनेशनल में कप्तानी छोड़ दी थी। इसके बाद उन्हें बीसीसीआई ने वनडे टीम की कप्तानी से भी हटा दिया था। चयनकर्ता सीमित ओवर क्रिकेट के लिए एक ही कप्तान चाहते थे।
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