सार
कांग्रेस हाइकमान ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी इस बार दो सीटों से उतारने का फैसला लिया है। सबसे पहले चन्नी को परंपरागत श्री चमकौर साहिब सीट से टिकट दिया गया। उसके बाद आखिरी सूची में चन्नी को भदौड़ सीट से भी टिकट दिया गया।
चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने मंगलवार को आखिरी दिन श्री चमकौर साहिब सीट से भी नामांकन दाखिल कर दिया। इससे पहले सोमवार को सीएम चन्नी ने भदौड़ विधानसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल किया था। चन्नी यहां चमकौर साहिब से तीन बार विधायक चुने गए हैं। अब वह चौथी बार चुनावी मैदान में हैं। चन्नी ने इस चुनाव में एक रिकॉर्ड भी बनाया है। वे इस बार चुनाव में दो सीटों से चुनाव लड़ने वाले पहले शख्स बन गए हैं।
कांग्रेस हाइकमान ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी इस बार दो सीटों से उतारने का फैसला लिया है। सबसे पहले चन्नी को परंपरागत श्री चमकौर साहिब सीट से टिकट दिया गया। उसके बाद आखिरी सूची में चन्नी को भदौड़ सीट से भी टिकट दिया गया। चमकौर साहिब रूपनगर जिले में आती है। जबकि भदौड़ सीट बरनाला जिले में है। दोनों सीटों के बीच की दूरी करीब 150 किमी है। एक दिन पहले सीएम चन्नी ने नामांकन के बाद कहा था कि वह इस क्षेत्र का विकास करने आए हैं।
भदौड़ से 2017 में आप जीती थी
फिलहाल, चन्नी के लिए भदौड़ सीट कितनी सुरक्षित रहेगी, इस पर सवालिया निशान है। क्योंकि चार साल से भदौड़ में कांग्रेस की कमान किसी भी नेता के हाथ में नहीं रही है और स्थानीय कांग्रेसी नेताओं में जबरदस्त गुटबाजी है। यहां से पिछली बार आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार पीरमल सिंह धौला ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी। ऐसे में चन्नी के लिए यहां पार्टी ने तैयारियां तेज कर दी हैं।
भदौड़ में पहली बार आप ने चुनाव जीता
भदौड़ सीट के चुनावी रिकॉर्ड देखें तो अकाली दल 1972 से 1985 तक लगातार चार बार और कांग्रेस 1997 से 2007 तक तीन बार चुनाव जीत चुकी है। 2017 में पहली बार पीरमल सिंह धौला ने आप उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की, लेकिन बाद में वह कांग्रेस में शामिल हो गए। खास बात यह रही कि आप प्रत्याशी के जीतने के बाद कांग्रेसी प्रत्याशी अकाली दल के बाद तीसरे नंबर पर रहा था।
इस चुनाव में सिर्फ चन्नी दो सीटों से मैदान में
पंजाब विधानसभा चुनाव में अब तक चन्नी ऐसे दूसरे नेता हैं, जो दो सीटों पर चुनावी मैदान में हैं। इससे पहले अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने अमृतसर नॉर्थ के अलावा अपनी परंपरागत मजीठा सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। हालांकि, बाद में मजीठिया ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिद्धू की चुनौती स्वीकार की और अपनी परंपरागत मजीठा सीट से अपनी पत्नी को उम्मीदवार बनाया है।
चमकौर साहिब से ये चौथा चुनाव
चन्नी 2007 में पहली बार निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीते थे। उसके बाद 2012 और 2017 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते। 2017 में चन्नी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी आम आदमी पार्टी (एएपी) के डॉ. चरणजीत सिंह को 12308 वोट से हराया था। शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के जस्टिस निर्मल सिंह तीसरे स्थान पर रहे थे। चन्नी प्रदेश में कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री रहे। मुख्यमंत्री पद से कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटाए जाने के बाद नवंबर में चन्नी ने सीएम पद संभाला। इस बार चमकौर साहिब से सीएम चन्नी के सामने AAP ने डॉ. चरणजीत सिंह, बसपा ने हरमोहन सिंह और भाजपा ने दर्शन सिंह शिवजोत को उम्मीदवार बनाया है।
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