- Home
- Entertianment
- Other Entertainment News
- ऑस्कर 2023: एकेडमी अवॉर्ड में जाने वाली पहली फिल्म थी 'मदर इंडिया', भारत ने इन 9 मामलों में रचा इतिहास
ऑस्कर 2023: एकेडमी अवॉर्ड में जाने वाली पहली फिल्म थी 'मदर इंडिया', भारत ने इन 9 मामलों में रचा इतिहास
- FB
- TW
- Linkdin
भारत की ओर से ऑस्कर में जाने वाली पहली फिल्म 'मदर इंडिया' है, जो 1957 में रिलीज हुई थी। महबूब खान के निर्देशन में बनी इस फिल्म को बेस्ट फॉरेन लैंग्वेज फिल्म की कैटेगरी में नॉमिनेट किया गया था। हालांकि, यह अवॉर्ड पाने से चूक गई थी।
बेस्ट शॉर्ट सब्जेक्ट (लाइव एक्शन) की कैटेगरी में पहली बार गई इंडियन फिल्म 'द क्रिएशन ऑफ़ वुमन' थी, जो 1961 में पर्दे पर आई थी। फिल्म के लिए इस्माइल मर्चेंट को नॉमिनेट किया गया था।
बेस्ट डॉक्युमेंट्री (शॉर्ट सब्जेक्ट) की कैटेगरी में पहली बार 1969 की डॉक्युमेंट्री 'द हाउस दैट अनंदा बिल्ट' को नॉमिनेट किया गया था। इस डॉक्युमेंट्री के डायरेक्टर फली बिलमोरिया थे।
भारत की ओर से ऑस्कर में भेजी गई पहली एनीमेशन शॉर्ट फिल्म 1978 में आई 'बीड गेम्स' थी, जिसे ईशु पटेल ने निर्देशित किया था। हालांकि, यह फिल्म भी नॉमिनेशन से आगे नहीं बढ़ पाई थी।
1983 में भारत को इतिहास का पहला ऑस्कर अवॉर्ड मिला था। दरअसल, यह पहला मौका था, जब एक ही फिल्म 'गांधी' दो कैटेगरी में नॉमिनेट हुई थी। बेस्ट कॉस्टयूम डिजाइन के लिए भानु अथैया और बेस्ट ओरिजिनल स्कोर के लिए रवि शंकर का नॉमिनेशन हुआ था। दोनों ही कैटेगरी में भी पहली बार भारत से किसी फिल्म को नॉमिनेट किया गया था और इससे भी बड़ी बात भानु अथैया इस सेरेमनी में विजेता भी बनी थीं। उन्होंने भारतीय सिनेमा को पहला ऑस्कर दिलवाया था।
बेस्ट पिक्चर की कैटेगरी में भारत की ओर से भेजी गई पहली फिल्म 'अ रूम विद अ व्यू' , जिसके डायरेक्टर इस्माइल मर्चेंट थे।
इस्माइल मर्चेंट इकलौते ऐसे डायरेक्टर हैं, जिनकी अब तक 4 फ़िल्में भारत की ओर से ऑस्कर में भेजी जा चुकी हैं। ये फ़िल्में हैं 'द क्रिएशन ऑफ़ वुमन' (बेस्ट शॉर्ट सब्जेक्ट), 'अ रूम विद अ व्यू' (बेस्ट पिक्चर), 'हावर्ड एंड' (बेस्ट पिक्चर) और 'द रिटर्न्स ऑफ़ द डे' (बेस्ट पिक्चर)।
सत्यजीत इकलौते ऐसे फिल्ममेकर रहे हैं, जिन्हें 1992 में ऑनरेरी एकेडमी अवॉर्ड दिया गया था। इस अवॉर्ड के कुछ समय बाद सत्यजीत रे का निधन हो गया।
'स्लमडॉग मिलियनेयर' को 8 ऑस्कर अवॉर्ड मिले थे। इनमें से तीन इंडियंस ने अवॉर्ड अपने नाम किए थे। 2009 में इस फिल्म के लिए रेसुल पूकुट्टी (बेस्ट साउंड मिक्सिंग), ए. आर. रहमान और गुलजार (बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग 'जय हो'), ए. आर रहमान (बेस्ट ओरिजिनल स्कोर) को अवॉर्ड मिला था। इनके अलावा इस फिल्म को बेस्ट पिक्चर, बेस्ट डायरेक्टर, बेस्ट अडॉप्टेड स्क्रीन प्ले, बेस्ट सिनेमैटोग्राफी और बेस्ट फिल्म एडिटिंग के लिए भी सम्मानित किया गया था। यह उस साल की सबसे ज्यादा ऑस्कर जीतने वाली फिल्म थी।
और पढ़ें…
CITADEL के लिए प्रियंका चोपड़ा को मिली एक्टर के बराबर फीस, 22 साल के करियर में पहली बार हुआ ऐसा
18 बार के नेशनल अवॉर्ड विजेता श्याम बेनेगल की दोनों किडनी खराब, इस वजह से गर पर ही करा रहे डायलिसिस
LEAK हुआ जवान का जबर्दस्त एक्शन सीन: गुंडों से भिड़े शाहरुख़ खान, वीडियो देख लोग बोले- ब्लॉकबस्टर