सार

मशहूर गायक कृष्णकुमार कुनाथ, जिन्हें केके के नाम से जाना जाता है, का मंगलवार को कोलकाता में उनके संगीत कार्यक्रम के कुछ घंटों बाद निधन हो गया। उनके निधन से पूरे संगीत जगत में शोक की लहर है।

कोलकाता। मशहूर गायक केके यानी कृष्ण कुमार कुनाथ का निधन मंगलवार को कोलकाता में एक म्यूजिक कन्सर्ट के कुछ घंटों बाद हो गया। वह 53 साल के थे। दिल्ली के रहने वाले केके के गानें एक दर्जन से अधिक भारतीय भाषाओं में लोकप्रिय हैं। म्यूजिक लवर्स को एक से बढ़कर एक मेलोडियस गानों में अपनी आवाज की जादू बिखेरने वाले केके बॉलीवुड में आने के पहले मार्केटिंग जॉब भी कर चुके हैंं।बॉलीवुड सिंगर अपने पीछे पत्नी और दो बच्चे छोड़कर गए हैं। 

कोलकाता में शो के बाद होटल में थे ठहरे 

53 वर्षीय गायक केके कोलकाता के नजरूल मंच सभागार में संगीत कार्यक्रम करने गए थे। शो के बाद वह एक होटल में ठहरे थे। बताया जा रहा है कि होटल की सीढ़ियों पर से गिरने से उनकी मौत हुई तो कुछ लोग हार्ट अटैक का दावा कर रहे हैं। हालांकि, अभी तक अधिकारिक रूप से मौत की वजह साफ नहीं हो सकी है। सीएमआरआई अस्पताल के डॉक्टर ने कहा कि गायक को मृत लाया गया था।

छोड़ आएं हम वो गलियां गाने वाले का बचपन दिल्ली में बीता

माचिस फिल्म का लोकप्रिय गाना छोड़ आए हैं हम वो गलियां गाने वाले केके मूल रूप से दिल्ली के रहने वाले थे। केके का पूरा नाम कृष्ण कुमार कुनाथ था। केके का जन्म 23 अगस्त 1970 में हुआ था। स्कूली शिक्षा उन्होंने दिल्ली के ही माउंट सेंट मेरी स्कूल से ली तो दिल्ली विवि के किरोड़ीमल कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। 

मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव की नौकरी भी किया था केके ने

किरोड़ीमल कॉलेज से ग्रेजुएशन करने के बाद केके ने होटल इंडस्ट्री में मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव की नौकरी की। हालांकि, वह जॉब करने के दौरान जिंगल्स बनाते थे। केके का पहला एल्बम पल था जिससे उन्होंने बतौर गायक अपने करियर की शुरूआत की और फिर सफलता उनके पग छूती चली गई। फिल्मों में ब्रेक पाने के पहले केके के नाम 35 हजार से अधिक जिंगल्स गाने का भी रिकार्ड है। 

केके ने क्रिकेट वर्ल्ड कप 1999 के लिए गाया

साल 1999 में हुए क्रिकेट वर्ल्ड कप के दौरान भारतीय टीम की हौसला आफजाई के लिए केके ने एक गाना बनाया। भारतीय टीम के समर्थन में उनका गाया गाना जोश ऑफ इंडिया काफी लोकप्रिय हुआ। मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव की नौकरी छोड़कर वह बॉलीवुड में किस्मत आजमाने पहुंचे। उनको संजय लीला भंसाली की हम दिल दे चुके सनम में 1999 में बड़ा ब्रेक मिला। तड़प तड़प के इस दिल से आह निकलती रही, हर युवा दिलों पर राज किया। इस गाने के बाद वह एक झटके में बड़े गायकों की कतार में आ गए। हालांकि, उन्होंने इसके पहले भी कई गाने गाए थे।

इन गानों को आज भी लोग गुनगुनाते...

केके के सैकड़ों गानें आज भी बेहद लोकप्रिय हैं। तड़प तड़प के (हम दिल दे चुके सनम, 1999), दस बहाने (दस, 2005), और तूने मारी एंट्रियां (गुंडे, 2014) 
के अलावा 'यारों', 'पल', 'कोई कहे कहता रहे', 'मैंने दिल से कहा', 'आवारापन बंजारापन', 'अजब सी', 'खुदा जाने' और 'दिल इबादत', 'तू ही मेरी शब है', 'छोड़ आए हमें वो गलियां', 'जिंदगी दो पल की' जैसे गानें आज भी खूब सुने और गुनगुनाए जाते हैं। 

90 के दशक में टीनएजर्स के दिलों पर किया राज

केके ने 'पल' और 'यारों' जैसे गानों के साथ म्यूजिक वर्ल्ड में एंट्री मारी थी। यह दौर 1990 के दशक का था। उनके ये गानें किशोरों के बीच बड़ी हिट बन गया था। उस दौर में केके के गाने अक्सर स्कूल और कॉलेज की विदाई और किशोर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के दौरान सुना जाता था। 

कई भाषाओं में किया है केके ने गानों को रिकार्ड

केके ने हिंदी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, मराठी और बंगाली सहित अन्य भाषाओं में गाने रिकॉर्ड किए हैं। 

पत्नी के अलावा दो बच्चे

केके ने बचपन के प्यार ज्योथी कृष्णा से 1991 में शादी की थी। मलयाली परिवार से ताल्लुक रखने वाले केके और ज्योति के दो बच्चे हैं कुनाथ नकुल और कुनाथ तमारा। बेटा नकुल ने भी सिंगिंग को अपना करियर बनाया और वह एक सिंगर है। 

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