सार
बीते कुछ दिनों से ट्विटर पर भी लोग लेक क्लब, चंडीगढ़ का ज़िक्र करते हुए हिरणों की ये तस्वीरें वायरल कर रहे हैं। हमने दावे की पड़ताल की तो इसकी सच्चाई सामने आई।
चंडीगढ़. कोरोना वायरस के कहर को कंट्रोल करने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन लगा हुआ है। शहर के शहर खाली हो गए हैं। लोग वायरस के संक्रमण से बचने के लिए सरकार के आदेशानुसार घरों में कैद हैं। इस बीच जंगली-जानवरों की जैसे निकल पड़ी है। दिन भर ट्रैफिक से भरी रहने वाली सड़कों पर जंगली जानवर उत्पात मचा रहे हैं। दुनिया भर से इसकी तस्वीरें और वीडियोज सामने आ रहे हैं। वहीं कुछ तस्वीरों को लेकर फर्जी दावे भी किए जा रहे हैं।
बीते कुछ दिनों से ट्विटर पर भी लोग लेक क्लब, चंडीगढ़ का ज़िक्र करते हुए हिरणों की ये तस्वीरें वायरल कर रहे हैं। हमने दावे की पड़ताल की तो इसकी सच्चाई सामने आई।
वायरल पोस्ट क्या है?
ट्विट पर एक यूजर ने हिरणों की फोटोज शेयर करते हुए लिखा, लेक क्लब चंडीगढ़ लॉकडाउन के समय काफी खूबसूरत नजर आ रहा है। तस्वीरों के साथ दावा किया गया कि ये हिरण चंडीगढ़ के लेक क्लब की हैं जहां हिरण पेड़ के नीचे घूम रहे हैं।
सच्चाई क्या है?
हमारी पड़ताल में ये दावा ग़लत निकला। वायरल हो रही तस्वीरें चंडीगढ़ की नहीं हैं बल्कि ये मुंबई के संजय गांधी नेशनल पार्क, बोरीवली की हैं। हमने ‘deer park photos in lockdown‘ की-वर्ड सर्च किया तो हमें असली फोटोज़ मिलीं। मुंबई मिरर और ABP माझा जैसी न्यूज साइट ने 2 अप्रैल 2020 को इस पर रिपोर्ट पब्लिश की थीं।
संजय गांधी नेशनल पार्क (SNJP), बोरीवली मुंबई के हेड फॉरेस्टर मनोज पाटिल ने भी वायरल तस्वीरों की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि, ‘हिरणों की तस्वीरें हमारे पार्क की ही हैं। स्टाफ ने ही क्लिक की थीं हिरणों के पीछे पीले रंग के फूल ‘पेल्टफोरम’ पेड़ के हैं। आजकल लोग कम आ रहे हैं तो जानवर फुल मौज से घूम रहे हैं।
ये निकला नतीजा
इससे ये साबित होता है कि ट्विटर पर वायरल हिरणों की फोटो चंडीगढ़ के लेक क्लब की नहीं हैं।