सार

पं. जवाहर लाल नेहरू (jawaharlal nehru) और उनके कैबिनेट की खाना खाते एक तस्वीर वायरल (viral) हो रही है। इस तस्वीर को इफ्तार पार्टी (Iftar) के नाम से वायरल किया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि 1947 में आजादी (Independence) के बाद की पहली इफ्तार पार्टी।

फैक्ट चेक: वायरल (Viral) पोस्ट में क्लेम किया जा रहा कि देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अब्दुल कलाम आजाद (maulana abul kalam azad) की तरफ से एक इफ्तार पार्टी (Iftar) का आयोजन किया गया, जिसमें पं. जवाहरलाल नेहरू (jawaharlal nehru), भीमराव अंबेडकर (B R Ambedkar), डॉ. राजेन्द्र प्रसाद (Rajendra Prasad) सहित अन्य लोग मौजूद थे। Asianetnews Hindi की पड़ताल में यह दावा पूरी तरह से गलत पाया गया। तस्वीर 1947 की नहीं बल्कि जून 1948 की है। उस दौरान पं. नेहरू अपने कैबिनेट के साथ एक सहभोज कार्यक्रम में शामिल हुए थे। सिलसिलेवार तरीके से आइए जानते हैं वायरल हो रहे इस दावे का असली सच आखिर क्या है....

पड़ताल का स्टेप नं. 1: सबसे पहले हमने पं. नेहरू और अन्य नेताओं वाली तस्वीर को क्रॉप किया। फोटो को जवाहर लाल नेहरू के नाम से सेव किया। इसके बाद गूगल रिवर्स इमेज की मदद ली। रिवर्स इसेज बॉक्स में हमने पं. नेहरू और उनके साथ मौजूद लोगों की तस्वीर को रखकर सर्च बटन पर क्लिक किया। गूगल इंडेक्स के पहले रिजल्ट पेज पर हमें पं. नेहरू और उनके साथ के लोगों की मिलती-जुलती कई तस्वीर दिखी। picryl का एक लिंक मिला। इसपर क्लिक करने पर पहली तस्वीर वायरल वाली दिखी। फोटो के नीचे कैप्शन दिया है - पं. जवाहर लाल नेहरू अपनी कैबिनेट और डॉ. भीमराव अंबेडकर के साथ भोजन करते हुए।

फोटो के नीचे मराठी में एक समरी लिखा हुआ है- चक्रवर्ती राजगोपालचारी हे पहिले भारतीय जनरल गव्हर्नर बनण्याचा आनंदात वल्लभभाई पटेलांनी मंत्रीमंडळाला दिलेल्या सहभोजन निमंत्रणाला उपस्थित डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर, जवाहरलाल नेहरू, मौलाना आझाद व इतर मंत्री. जून १९४८

मतलब- चक्रवर्ती राजगोपालाचारी के पहले भारतीय जनरल गवर्नर बनाए जाने की खुशी में वल्लभभाई पटेल द्वारा मंत्रिमंडल को दिए गए एक सहभोज कार्यक्रम में बाबा साहेब अंबेडकर, जवाहर लाल नेहरू, मौलाना आजाद व अन्य मंत्री उपस्थित हुए। जून 1948।

पड़ताल का स्टेप नं. 2: गूगल के रिवर्स इमेज सर्च में आगे बढ़ने पर commons.wikimedia का एक लिंक मिला। खबर पर क्लिक करने पर वायरल हो रही तस्वीर के साथ एक हेडिंग दिखी। जो कुछ इस प्रकार थी - Prime Minister Jawaharlal Nehru with his cabinet, including Dr Babasaheb Ambedkar, the then law minister, sitting down for a meal.

इस तस्वीर के नीचे समरी दिया हुआ है। जिसमें ऊपर दिया गया मराठी वाला डिस्क्रिप्शन यहां भी लिखा हुआ है। डेट: जून 1948।

निष्कर्षः Asianetnews Hindi की पड़ताल में इफ्तार पार्टी वाला दावा पूरी तरह से फर्जी पाया गया। नेहरू कैबिनेट की जो तस्वीर वायरल हो रही है, वो जून 1948 की है। उस दौरान वल्लभभाई पटेल ने नेहरू मंत्रिमंडल को सहभोज पर आमंत्रित किया था। यह सहभोज चक्रवर्ती राजगोपालाचारी के पहले भारतीय जनरल गवर्नर बनने की खुशी में था।