सार
हैदराबाद में 27 नवंबर को एक पशु चिकित्सक के साथ हुए भयानक सामूहिक बलात्कार ने भारत में महिला सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इसके बाद सोशल मीडिया पर बहुत सारे यूजर्स बलात्कारियों के लिए फांसी और सरेआम गोली मार देने जैसी सजाओं की मांग कर रहे हैं।
नई दिल्ली: हैदराबाद में 27 नवंबर को एक पशु चिकित्सक के साथ हुए भयानक सामूहिक बलात्कार ने भारत में महिला सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इसके बाद सोशल मीडिया पर बहुत सारे यूजर्स बलात्कारियों के लिए फांसी और सरेआम गोली मार देने जैसी सजाओं की मांग कर रहे हैं।
क्या है मैसेजइस बीच, सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है जिसमें राष्ट्रपति कोविंद ने बलात्कारियों के लिए फांसी की सजा का ऐलान करते नजर आ रहे हैं। वीडियो में राष्ट्रपति कह रहे हैं, "बलात्कार के जघन्य अपराध के लिए, सरकार ने अपराधियों के लिए फांसी की सजा का प्रावधान का फैसला किया है।" इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी और राजनाथ ने इसकी सराहना की। वीडियो के कैप्शन में लिखा है, "#President_of_India #Ram_Nath_Kovind Rape karne wale ku Sarkar ne #Phansi ki saza dena ka faisla Giya hai .."
क्यों वायरल हुई पोस्ट
हैदराबाद मामले के बाद लोग इससे जुड़ी खबरों पर नजरें बनाए हुए हैं। ऐसे में इस वीडियो ने फेसबुक पर बहुत से लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा। देखते ही देखते ये पोस्ट फेसबुक ट्विटर पर वायरल होने लगी। लोगों को लगा हैदराबाद मामले पर सरकार ने कड़ा फैसला दे दिया है। देश भर में कन्नड़ सहित कई भाषाओं में वीडियो को वायरल किया जा रहा है।
फैक्ट-चेकिंग
ये वीडियो हमारी नजर में भी आया तो हमने इसकी सत्यता जानने की कोशिश की। गूगल करने पर वीडियो से जुड़ी जानकारी सामने आई। इस वीडियो में हमने चैनल का नाम और इस पर चल रहीं खबरों को नोटिस किया। इसमें लिखा है मोदी सरकार का रिपोर्ट कार्ड जो हाल फिलहाल की खबर नहीं है। ये वीडियो 31 जनवरी 2019 को तत्कालीन वित्त मंत्री पीयूष गोयल द्वारा पारित किए गए अंतरिम बजट से पहले लोकसभा और राज्यसभा दोनों में राष्ट्रपति कोविंद के संबोधन का है। अगले दिन 1 फरवरी को बजट पारित होना था। वहीं वर्तमान में हैदराबाद केस पर मीडिया में राष्ट्रपति के बयान को लेकर ऐसी कोई खबर सामने नहीं आई है।
असली वीडियो की सच्चाई
फिर हमने एबीपी न्यूज के यूट्यूब चैनल पर मौजूद असली वीडियो सर्च किया। इस 42 सेकेंड के वीडियो में राष्ट्रपति कोविंद को यह कहते हुए देखा जा सकता है, "नाबालिगों से बलात्कार के जघन्य अपराध के लिए, सरकार ने अपराधियों के लिए मौत का प्रावधान जोड़ने का फैसला किया है।" यह वीडियो 31 जनवरी को अपलोड किया गया था।
अब आपको बता दें कि इस वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है। इसको एडिट कर ऑनलाइन प्रसारित किया जा रहा है। यह भाषण अप्रैल 2018 में पारित एक बिल के संबंध में था जिसमें बच्चों के साथ दरिंदगी करने वाले बलात्कारियों की फांसी की सजा को मंजूरी दी गई।
निष्कर्ष क्या निकलता है
मूल वीडियो के साथ छेड़छाड़ कर इसे मोडिफाइ करके आज के मामलों से जोड़कर शेयर किया गया है। ये भ्रामक और गलत जानकारी है। हाल में बलात्कारियों के लिए फांसी की सजा जैसी कोई घोषणा राष्ट्रपति द्वारा नहीं की गई है।