क्या है पेटीएम की लॉयल्टी स्कीम; इसके फायदे जान लीजिए, आ सकता है आपके भी काम
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रिवॉर्ड पॉइंट की कोई सीमा नहीं
कंपनी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, रिवॉर्ड पॉइंट की संख्या पेटीएम के जरिए हुए ट्रांजैक्शन से तय होगी। किराना दुकानदार जितने भी पॉइंट बनाएंगे, उन्हें तुरंत भुनाया जा सकता है। रिवॉर्ड पॉइंटस् के लिए कंपनी ने कोई लिमिट नहीं रखी है।
लेन-देन शुल्क होगा वापस
दुकानदारों को पेटीम वॉलेट के जरिए किए गए लेन-देन की राशि अपने बैंक खातों में भेजने के लिए फिलहाल 1 फीसदी लेन-देन शुल्क (मर्चेंट डिस्काउंट रेट-एमडीआर) देना पड़ता है। लेकिन कंपनी का कहना है कि इस लॉयल्टी प्रोग्राम के तहक किए जाने वाले लेन-देन पर एमडीआर वापस किया जाएगा।
दुकानदारों को होगा दोगुना लाभ
इस स्कीम से दुकानदारों को दोगुना लाभ होगा। पेटीएम के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट सौरभ शर्मा का कहना है कि वॉलेट में पैसा डालने के लिए बैंक फीस लेते हैं, लेकिन जब हम यह 1 फीसदी एमडीआर दुकानदारों को वापस लौटा देंगे तो उनकी लागत कम होगी और वे इस प्लेटफॉर्म पर दूसरी योजनाओं का भी फायदा उठा सकेंगे।
100 करोड़ की है स्कीम
पेटीएम ने इस स्कीम के लिए 100 करोड़ रुपए की राशि अलग से रखी है। इसका मकसद छोटे दुकानदारों को ज्यादा से ज्यादा फायदा पहुंचाना है। इस स्कीम को अपनाने वाले दुकानदारों को कई तरह की सुविधाएं मिलेंगी, जिनके बारे में कंपनी आगे जानकारी देगी।
लॉकडाउन में डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा
पेटीएम का कहना है कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान लॉकडाउन में दुकानदार ज्यादा से ज्यादा डिजिटल पेमेंट के ऑप्शन को अपनाएं, कंपनी यह चाहती है। इससे कई तरह के फायदे होंगे। डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए ही कंपनी ने लॉयल्टी स्कीम शुरू की है।