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साल 2020 में खूब चर्चा में रहीं ये महिला IAS-IPS अधिकारी, किसी ने घर पहुंचाया राशन तो किसी खोले स्कूल
करियर डेस्क. साल 2020 कोरोना महामारी के कारण लोगों के लिए बेहद बुरा रहा है। इस साल ने शुरुआत में ही लोगों को अच्छे अनुभव नहीं दिए। लोग घरों में कैद कर दिए गए। यातायात, स्कूल सब ठप्प हो गया। ऐसे में डॉक्टर और अफसर देवता बनकर सामने आए है। जनता की सेवा करने बहुत से अफसर भी इस साल जमकर चर्चा में रहे हैं। किसी ने महामारी में लोगों के घर-घर राशन पहुंचाया तो किसी ने बच्चियों के लिए स्कूल खोले। हम आपको साल 2020 में सबसे ज्यादा चर्चा में रही कुछ महिला अफसरों की उपलब्धियों के बारे में बता रहे हैं।
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IAS टीना, डाबी से लेकर दुर्गा शक्ति नागपाल तक इस साल अपने कामों को लेकर खूब सुर्खियों में रहीं-
टीना डाबी
IAS अफसर टीना डाबी इस साल खूब चर्चा में रहीं। उन्होंने रणनीति और कड़े फैसले की बदौलत कोरोना जोन बने भीलवाड़ा ने वायरस के खिलाफ जंग जीती। एक समय ऐसा था कि राजस्थान में सर्वाधिक मरीज इसी जिले से थे। रोजाना मीटिंग, फीडबैक और प्लानिंग से प्रशासनिक अधिकारियों ने स्थिति पर काबू पाया। इस दौरान इन्होंने 24 घंटे ड्यूटी करते हुए लॉकडाउन में घर-घर राशन भी पहुंचाया था। टीना अपने पति अतहर के साथ तलाक की खबरों के कारण भी सुर्खियों में रहीं।
डी रूपा
IPS अफसर डी रूपा कर्नाटक की तेजतर्रार आइपीएस अफसरों में शुमार हैं। रूपा फील्ड ही नहीं सोशल मीडिया पर भी एक्टिव रहती हैं। जरूरी सम-सामयिक मुद्दों पर ट्वीट और पोस्ट लिखतीं रहतीं हैं। उनकी फैन फॉलोइंग भी लाखों में है। डी रूपा इस साल काफी सुर्खियों में रही हैं। उनका सत्ता में बैठे लोगों से सीधे टक्कर लेना भी सुर्खियों में रहा। वहीं फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के साथ ट्विटर पर बहस के कारण भी वो सुर्खियों में रहीं।
हर्षिका सिंह
2012 बैच की IAS अफसर हर्षिका सिंह (Harshika Singh) साल 2020 में खूब चर्चा में रही। उन्होंने मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ की कमान संभाली तो पूरे जिले का कायापलट कर दिया। हर्षिका की तैनाती जहां हुई थी वहां शिक्षा स्तर बहुत कम था। यहां लड़कियों की संख्या लड़कों से कम थी।आलम यह था कि यहां यदि बेटी पैदा होते ही उसे मार दिया जाता था। ऐसे में, हर्षिका ने कुछ अनूठा करने का फैसला किया और इसी के तहत उन्होंने ऑल-वुमेन स्कूल की शुरुआत की, जिसमें पढ़ाई छोड़ चुकी लड़कियों और अनपढ़ महिलाओं के लिए खास क्लास चलाई जाती है।
वह अब तक 35 स्कूल शुरू कर चुकी हैं और उनके इस प्रयास को लेकर महिलाओं और लड़कियों में काफी उत्साह देखा जा रहा। अब उनके स्कूलों में 20 से 30 महिलाएं पढ़ने आ रही हैं। हर्षिका के इस कदम को ग्राम पंचायत से भी पूरी मदद मिली और उन्होंने कमरे उपलब्ध कराने से लेकर किताबों और अन्य संसाधनों की पूर्ति करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। टीकमगढ़ के नतीजे से उत्साहित, हर्षिका मंडला जिला में भी इसे दोहराने की योजना बना रहीं हैं, जहाँ उनकी नई पोस्टिंग हुई है।
दुर्गा शक्ति नागपाल
साल 2013 में, आईपीएस दुर्गा ग्रेटर नोएडा के गौतम बुद्ध नगर में सब डिवीजनल मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात थीं। इस दौरान, 2010 बैच की इस अधिकारी ने बड़े पैमाने पर रेत माफियाओं को उजागर किया था। अपनी कार्रवाई के दौरान आईपीएस दुर्गा ने 90 से अधिक भू-खनन माफियाओं को सलाखों के पीछे भेजा था और 2 हफ्ते के अंदर, 150 करोड़ रॉयल्टी की भी वसूली की। वह फिलहाल, केंद्रीय वाणिज्य विभाग में उप सचिव के रूप में तैनात हैं। आप उनकी पूरी कहानी यहाँ पढ़ सकते हैं।
दिव्या देवराजन
दिव्या देवराजन 2010 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। 2017 में आदिवासी संघर्ष की घटनाएं सामने आ रही थी। इसी बीच दिव्या की पोस्टिंग तेलंगाना के आदिलाबाद में हुई और उन्होंने परिस्थितियों संभाल लिया। इससे उनकी चर्चा पूरे देश में होने लगी। यहां उन्होंने विरोधी जनजातियों के समस्याओं के समाधान को खोजने के लिए कानूनी और संवैधानिक साधनों का उपयोग किया। आदिवासी समुदायों की संस्कृति का सम्मान और संरक्षण करने के लिए, दिव्या ने आधिकारिक रूप से उनके मुख्य त्योहारों जैसे डंडारी-गुसाड़ी और नागोबा जात्रा का समर्थन करने और एक वृत्तचित्र के रूप में उनकी परंपराओं का दस्तावेजीकरण करने की भी कोशिश की।
आलम यह है कि यहाँ के लोगों ने दिव्या के सम्मान में अपने गांव का नाम “दिव्यगुड़ा” रखा दिया था। हालांकि आदिलाबाद से दिव्या का तबादला हो चुका है। फरवरी 2020 में दिव्या की नियुक्ति महिला, बाल, विकलांग और वरिष्ठ नागरिकों के लिए सचिव और आयुक्त के रूप में हुई है।
गगनदीप गम्भीर
गगनदीप सुशांत राजपूत मर्डर/सुसाइड केस की जांच में चर्चा में आई थीं। उन्हें इस मामले की जांच से जुड़ने के बाद ही सोशल मीडिया पर काफी तारीफें मिली। गगनदीप बिहार की 2004 बैच की IPS अधिकारी हैं। गगनदीप पंजाब यूनिवर्सिटी की टॉपर रह चुकी हैं।पश्चिमी राज्यों के कई जिलों में बतौर SSP सेवाएं दे चुकी हैं और डेढ़ साल पहले ही CBI में इनकी नियुक्ति हुई है।
गगनदीप कई हाई-प्रोफाइल केस समेत कई बड़े घोटालों की जांच टीम का भी हिस्सा रही हैं।उन्होंने अवैध खनन मामले में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की कथित भूमिका की जांच को भी सुपरवाइज किया था। ज्वाइंट डायरेक्टर साईं मनोहर की अगुवाई वाली स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम में गगनदीप के पास DIG का अतिरिक्त प्रभार भी था। वही टीम, जो विजय माल्या और अगस्ता वेस्टलैंड जैसे हाई-प्रोफाइल मामलों की जांच कर रही थी।