- Home
- Sports
- Cricket
- इस वजह से 10-12 साल चैन से नहीं सो पाए थे 'क्रिकेट के भगवान', चाय बनाकर और कपड़े प्रेस कर दूर करते थे डिप्रेशन
इस वजह से 10-12 साल चैन से नहीं सो पाए थे 'क्रिकेट के भगवान', चाय बनाकर और कपड़े प्रेस कर दूर करते थे डिप्रेशन
स्पोर्ट्स डेस्क : कहते है ना जब किसी इंसान को हम ऊंचा दर्जा देते है, तो उनसे उम्मीद भी उसी तरह की जाती है। उस उम्मीद को पूरा करने के लिए वो इंसान भी दिन रात एक कर देता है। कुछ ऐसा हुआ था क्रिकेट के 'भगवान के साथ'। जिन्होंने अपने 24 साल के करियर में सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने कई ऐसे रिकॉर्ड्स अपने नाम किए, जिसे आजतक कोई खिलाड़ी तोड़ नहीं पाया है। लेकिन क्या आप जानते हैं, हमेशा मुस्कुराने वाले सचिन पाजी भी एक समय डिप्रेशन का शिकार हो गए थे और 10-12 सालों तक चैन की नींद नहीं सो पाए थे। रविवार को मेंटल हेल्थ पर बात करते हुए सचिन ने खुलासा किया उन्होंने एक लंबा समय में तनाव में गुजारा। आखिर मास्टर ब्लास्टर के तनाव की वजह क्या थी, आइए हम आपको बताते हैं।
- FB
- TW
- Linkdin
सचिन का बड़ा खुलासा
रविवार को एक इंटरव्यू के दौरान दिग्गज खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने खुलासा किया, कि अपने 24 साल के करियर में उन्होंने लंबा से तनाव में बिताया था। वह समझ नहीं पाए थे, कि मैच से पहले ये तनाव खेल की उनकी तैयारी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था।
10-12 सालों तक चैन से नहीं सो पाएं
खिलाड़ियों की मेंथल हेल्थ पर बात करते हुए सचिन ने कहा कि, 'मैंने 10-12 सालों तक तनाव महसूस किया था, मैच से पहले कई बार ऐसा हुआ था जब मैं रात में सो नहीं पता था। बाद में मैंने इससे निकलने के लिए कुछ और काम में अपना ध्यान लगाना शुरू कर दिया।'
चाय बनाकर दूर करते थे डिप्रेशन
मैच से पहले तनाव को दूर करने के लिए सचिन कभी चाय बनाने लगते, तो कभी कपड़े प्रेस करने जैसा काम करने लगते थे। यहां तक तनाव से दूर होने के लिए उन्होंने टीवी और वीडियो गेम भी खेले थे। उन्होंने बताया कि 'मैं मैच से एक दिन पहले ही अपना बैग तैयार कर लेता था और अपने आखिरी मैच तक मैंने ऐसा ही किया था। मेरे भाई ने मुझे यह सब सिखाया था।'
इस इंसान ने की सचिन का मदद
अपने इंटरव्यू के दौरान सचिन ने बताया कि 'एक बार चेन्नई में मेरे कमरे में एक वर्कर डोसा लेकर आया। उसने मुझे एक सलाह दी, कि मेरे एल्बो गार्ड के कारण मेरा बल्ला पूरी तरह से नहीं चल रहा, यह वास्तव में सही फैक्ट था। उसने मुझे सही समय पर मेरी समस्या से छुटकारा दिलाने में मदद की।'
हर समस्या के लिए तैयार रहे खिलाड़ी
एक खिलाड़ी की जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव आते है, जिसके लिए उन्हें तैयार रहना चाहिए। सचिन ने इस बारे में बात करते हुए कहा कि, 'खिलाड़ी को मुश्किल समय का सामना करना ही पड़ता है लेकिन यह जरूरी है कि वह बुरे समय को स्वीकार करें, क्योंकि जब आप इसे स्वीकार करते है तो फिर इसका समाधान ढूंढने की कोशिश करते है।'
इस चीज के लिए करना पड़ा था 1 साल इंतजार
सचिन तेंदुलकर 100 इंटरनेशनल शतक लगाने वाले दुनिया के इकलौते खिलाड़ी हैं। हालांकि 99वें शतक के बाद अपना 100वां शतक लगाने के लिए उन्हें पूरे 1 साल 4 दिन का इंतजार करना पड़ा था। इसके बाद उन्होंने इस उपाधि को हासिल किया। उस समय भी उनके ऊपर काफी प्रेशर था।