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झारखंड में रक्षाबंधन के दूसरे दिन पेड़ों पर क्यों बांधी जाती है राखी, पूजा के दौरान प्रशासन भी रहता है मौजूद
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राखी बांधने से पहले पेड़ों की पारंपरिक रुप से पूजा की गई। स्थानीय जनप्रतिनिधियों के अलावा वन विभाग के अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे। भारी बारिश के बीच में ग्रामीण जंगल पहुंचे और पेड़ों पर रक्षा सूत्र बांधा।
ढोल नगाड़ों के साथ जंगल पहुंचे ग्रामीण
पेड़ों पर राखी बांधने के दौरान ग्रामीणों में गजब का उत्साह देखा गया। ढोल नगाड़ों के साथ ग्रामीण जंगल पहुंचे और नृत्य करते हुए पेड़ों पर राखी और रक्षा सूत्र बांधा। महिला पुरुषों के अलावा छोटी-छोटी बच्चियों ने भी पेड़ो पर राखी बांधी।
पूर्वी सिंहभूम जिले में 35 जगहों पर हुआ कार्यक्रम
जानकारी हो कि 11 और 12 अगस्त तक वन विभाग ने रक्षा बंधन के मौके पर ट्री रक्षा बंधन कार्यक्रम रखा था। पूर्वी सिंहभूम जिले के 35 जगहों पर यह कार्यक्रम हुआ। घाटशिला वन क्षेत्र के चेकाम, दीघा, बुरुडीह, श्यामनागी, सुकलारा, काशपानी, उलदा, कुमीरमुड़ी, रोआम, कुदादा, राखामाइंस वन क्षेत्र के धौलाडीह, हरिणा, सिंदुरपुर, चाकुलिया वन क्षेत्र के जोड़िशा, साकाभांगा, नरसिंहगढ़ उत्तरी, दुधकुंडी, चंद्रपुर, नयाग्राम, धानगौरी, मुसाबनी वन क्षेत्र के गुड़बांदा, हड़दा, भालकी, लखाईडीह और मानगो वन क्षेत्र के पटमदा, गोबरघुसी, जोरिसा, बेल्डीह, मलियंता में ट्री रक्षा बंधन कार्यक्रम का अयोजन हुआ।
जमुना टूटू 14 अगस्त को बांधेगी पेड़ो पर राखी
पद्मश्री जमुना टुडु 14 अगस्त को पूर्वी सिंहभूम जिले के चाकुलिया वन क्षेत्र के सुनसुनिया जंगल मे पेड़ो पर रक्षा सूत्र बांधेगी। स्थानीय महिलाओं के साथ जमुना टुडु वर्षों से सुनसुनिया जंगल में पेडों पर राखी बांधती है।
वन विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहते हैं। जमुना टुडु ने बताया की इसबार केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। पेड़ों की रक्षा के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया जाता है।
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