- Home
- National News
- विमान हादसा : पायलट ने इंजन बंद कर दिया था, नहीं तो लग जाती आग, सरकार देगी 10 लाख रु. का मुआवजा
विमान हादसा : पायलट ने इंजन बंद कर दिया था, नहीं तो लग जाती आग, सरकार देगी 10 लाख रु. का मुआवजा
केरल. कोझिकोड में एयर इंडिया विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के एक दिन बाद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है। पोस्ट करने वाला खुद को इंडिगो को कर्मचारी बता रहा है। उसने कहा कि कारिपुर हवाई अड्डे पर रनवे के बारे में अधिकारियों को बताया था। वहीं विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने कहा, विमान का ईंधन टैंक में आग नहीं लगी, जिससे काफी लोगों की जान बच गई। क्रैश के दौरान पायलट ने इंजन बंद कर दिया होगा। यही कारण हो सकता है कि विमान में आग नहीं लगी।
मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपए मुआवजा
केंद्र ने मृतक के परिजनों के लिए 10 लाख रुपए की अंतरिम राहत की घोषणा की। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि घटना की जांच जारी है। उन्होंने मृतकों में से प्रत्येक के परिजनों के लिए 10 लाख रुपए की अंतरिम राहत, गंभीर रूप से घायलों के लिए 2 लाख रुपए और मामूली रूप से घायल होने वालों के लिए 50,000 रुपए की राहत की घोषणा की।
विमान का ब्लैक बॉक्स बरामद
डीजीसीए ने कहा, विमान का डिजिटल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर बरामद कर लिया गया है। दुर्घटना में जिन 18 यात्रियों की मौत हुई, उसमें से एक यात्री कोरोना संक्रमित पाया गया। उच्च शिक्षा मंत्री के टी जलील ने बताया, यात्री सुशीर वरीथ (45) को कोरोना पॉजिटिव पाया गया।
- FB
- TW
- Linkdin
गूगल से ली गई यह तस्वीर उसी रनवे की है, जहां पर लैंडिंग के वक्त विमान स्किड कर गया और फिसलते हुए 35 फीट गहरी खाई में जा गिरा। विमान के गिरते ही आगे का भाग टूटकर अलग हो गया। विमान का जो भाग टूटा उसी में पायलट और को-पायलट थे। पायलट की मौके पर ही मौत हो गई।
"रनवे गाइडेंस लाइटिंग सिस्टम बहुत खराब है"
फेसबुक पोस्ट में पायलट आनंद मोहन राज ने दावा किया कि हवाई अड्डे की रनवे गाइडेंस लाइटिंग सिस्टम बहुत खराब है और यहां की नियमित रूप से निगरानी नहीं की जाती है।
"टेबलटॉप रनवे पर उतरना खतरनाक है"
उन्होंने लिखा, टेबलटॉप रनवे पर उतरना खतरनाक है। खासकर रात में और भारी बारिश और तेज हवा के बीच। उन्होंने लिखा, पिछले कुछ सालों में लैंडिंग को लेकर संबंधित अधिकारियों को अपना फीडबैक दे चुके हैं। एविएशन में सुरक्षा पहला शब्द है। कैप्टन दीपक साठे और कैप्टन अखिलेश अब इस दुनिया में नहीं है। उनके परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना।
2011 में भी दी गई थी चेतावनी, लेकिन नहीं हुई सुनवाई
सेफ्टी एडवाइजरी कमेटी के सदस्य कैप्टन मोहन रंगनाथन ने जून 2011 में सिविल एविएशन सेफ्टी एडवाइजरी कमेटी के चेयरमैन को चिट्ठी लिखी थी। रंगनाथन के मुताबिक, करिपुर एयरपोर्ट में टेबलटॉप रनवे है, जिसमें ढलान है, रनवे के अंत में जो बफर जोन है, वह भी छोटा है। इस कमेटी का गठन नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने किया था।
मौत से पहले यात्री की आखिरी फेसबुक पोस्ट
35 साल के शराफु पिलासेरी शुक्रवार को अपनी पत्नी और बच्चे के साथ दुबई से केरल वापस आ रही थी। वह एयर इंडिया एक्सप्रेस के विमान में सवार थी। पिलासेरी उन 19 लोगों में शामिल है, जो दुर्घटना में अपनी जान गंवा चुके हैं। सोशल मीडिया पोस्ट बताते हैं कि पिलासेरी ने फेसबुक पर अपडेट पोस्ट किया था। उन्होंने लिखा था 'घर वापस'।
विमान से ब्लैक बॉक्स बरामद किया गया
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के अधिकारी ने कहा, विमान से डिजिटल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (DFDR) बरामद किया गया है। कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) के लिए फ्लोरबोर्ड को काटा जा रहा है।
नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, 20 की मौत
कोझिकोड में हुए विमान हादसे पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, हादसे में 2 पायलट समेत 18 लोगों की मौत हुई है, ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। 127 लोग अस्पताल में भर्ती हैं। शुक्र है कि विमान में आग नहीं लगी। मैं कोझिकोड एयरपोर्ट जा रहा हूं।
पायलट और को पायलट की मौके पर ही मौत
पायलट और को-पायलट सहित कम से कम 19 लोग मारे गए और 100 से अधिक घायल हो गए। दुबई से एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान शुक्रवार शाम कोझिकोड में टेबल-टॉप रनवे पर लैंड कर रही थी। तभी हादसा हुआ। विमान में 190 लोग थे। खराब मौसम के बीच विमान रनवे पर 7.40 बजे उतर रहा था। तभी स्किड किया और 35 फीट नीचे खाई में जा गिरा। विमान के दो टुकड़े हो गए।
पायलट दीपक वसंत साठे और को पायलट अखिलेश कुमार की मृत्यु हो गई। दीपक वसंत साठे भारतीय वायु सेना के पूर्व विंग कमांडर थे।
विमान के चारो केबिन क्रू मेंबर सुरक्षित
एयर इंडिया एक्सप्रेस ने शनिवार को कहा कि उड़ान के चार केबिन क्रू सदस्य सुरक्षित हैं। एयर इंडिया एक्सप्रेस ने एक बुलेटिन में कहा, चार केबिन क्रू मेंबर्स सुरक्षित हैं। उन्हें कुछ चोटें लगी हैं। कोझीकोड अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।