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2022 की 10 बड़ी घटनाएं: PM की सुरक्षा में चूक से लेकर PFI पर बैन तक, इस साल सबसे ज्यादा हुई इन चीजों की चर्चा
Year Ender 2022: साल 2022 गुजरने में अब चंद दिन ही बचे हैं। ये साल राजनीतिक जगत में हुई कई बड़ी घटनाओं के लिए याद किया जाएगा। 2022 में जहां बीजेपी ने गुजरात विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड जीत दर्ज की तो वहीं, कांग्रेस को इस साल पहला 'गैर कांग्रेसी' अध्यक्ष मिला। इसके अलावा भी और कई बड़े राजनीतिक घटनाक्रम हुए, जिसके लिए ये साल हमेशा याद रहेगा। इस पैकेज में जानते हैं 2022 में हुई कुछ ऐसी ही यादगार घटनाओं के बारे में।
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PM मोदी की सुरक्षा में चूक :
कब - जनवरी, 2022
कहां - फिरोजपुर, पंजाब
2022 की शुरुआत में पंजाब में पीएम मोदी की सुरक्षा को लेकर बड़ी चूक सामने आई। 5 जनवरी की सुबह 9.30 बजे PM ने दिल्ली से उड़ान भरी। सुबह 10.25 बजे वे बठिंडा के भिसियाना एयरबेस पहुंचे। यहां से उन्हें हेलिकॉप्टर के जरिए फिरोजपुर स्थित हुसैनीवाला शहीद मेमोरियल पहुंचना था। लेकिन बठिंडा एयरपोर्ट पर बारिश हो रही थी। इसके बाद पीएम को सड़क रूट से ले जाने का फैसला किया गया। पीएम का काफिला जब फिरोजपुर के पास हाइवे पर एक पुल से गुजर रहा था, तभी बड़ी संख्या में लोगों ने सड़क जाम कर दी। पीएम के काफिले को जिस जगह रोका गया, वहां से पाकिस्तान बॉर्डर सिर्फ 20 किमी. की दूरी पर है। पीएम का काफिला करीब 20 मिनट तक जाम में फंसा रहा और फिर वापस लौट गया।
पंजाब में पहली बार 'आप' सरकार :
कब - 10 मार्च
कहां - पंजाब
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के साथ ही पंजाब में भी 2022 में विधानसभा चुनाव हुए। यूपी और उत्तराखंड में तो बीजेपी ने सरकार बनाई, लेकिन पंजाब में केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने एकतरफा जीत दर्ज की। इससे पहले पंजाब में कांग्रेस की सरकार थी, लेकिन पार्टी में अंतर्कलह के चलते इसका सीधा फायदा आप को हुआ। पंजाब में सरकार बनाने के साथ ही आम आदमी पार्टी दिल्ली के अलावा एक और राज्य में पूर्ण बहुमत वाली सरकार के रूप में काबिज हो गई।
ज्ञानवापी में 'शिवलिंग' :
कब - 16 मई
कहां - वाराणसी
वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे के दौरान वजूवाली जगह का पानी निकालने पर वहां शिवलिंग के समान बड़ी आकृति मिली। शिवलिंग मिलने की खबर के बाद 'बाबा मिल गए' की गूंज न सिर्फ काशी बल्कि पूरे देश में सुनाई दी। बता दें कि इस शिवलिंग का व्यास करीब छह फीट और लंबाई 10-12 फीट बताई जा रही है। हालांकि, कोर्ट ने उस स्थान को फौरन सील करने के आदेश दे दिए। वहीं, मुस्लिम पक्ष ने इस शिवलिंग को फव्वारा बताने की कोशिश की। फिलहाल मामला कोर्ट में है।
नूपुर शर्मा विवाद :
कब - 27 मई
कहां - टीवी डिबेट
27 मई को ज्ञानवापी मुद्दे पर एक टीवी डिबेट के दौरान नुपूर शर्मा ने कथित तौर पर पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ कुछ अपमानजनक कमेंट कर दिया था। बहस के दौरान नूपुर शर्मा ने आरोप लगाया कि कुछ लोग हिंदू आस्थाओं का मजाक उड़ा रहे थे, जिससे आहत होकर उन्होंने इस्लामी मान्यताओं का जिक्र किया था। इस पर मोहम्मद जुबैर नाम के एक शख्स ने अपने ट्विटर अकाउंट पर नूपुर की वीडियो क्लिप को एडिट करके शेयर कर दिया और कहा कि उन्होंने पैगंबर का अपमान किया है। इसके बाद नूपुर को दुनियाभर से जान से मारने की धमकियां मिलने लगीं। बाद में बीजेपी ने नूपुर शर्मा को पार्टी से 6 साल के लिए सस्पेंड कर दिया।
रामपुर-आजमगढ़ में BJP:
कब - जून, 2022
यूपी में कभी सपा नेता आजम खान का गढ़ माने जाने वाले रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा सीट पर बीजेपी ने कब्जा कर लिया। उपचुनाव में सपा के ये दोनों किले ढह गए। रामपुर में जहां बीजेपी उम्मीदवार घनश्याम लोधी ने समाजवादी पार्टी के आसिम रजा को 42 हजार वोटों से हराया, वहीं आजमगढ़ से बीजेपी के भोजपुरी स्टार दिनेश लाल यादव निरहुआ ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के भाई धर्मेंद्र यादव को करारी शिकस्त दी।
कांग्रेस की 'भारत जोड़ो' यात्रा :
कब - 7 सितंबर
कहां - कन्याकुमारी से कश्मीर
कांग्रेस ने 7 सितंबर, 2022 से भारत को एकजुट करने और राष्ट्र को मजबूत बनाने के लिए 'भारत जोड़ो' यात्रा शुरू की। यह यात्रा तमिलनाडु के कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत को जोड़ने के लिए शुरू की गई। बता दें कि 150 दिन तक चलने वाली इस यात्रा में राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस के कई बड़े नेता 12 राज्यों और दो केंद्रशासित प्रदेशों की 3,500 किमी की दूरी पैदल तय करेंगे। 'भारत जोड़ो यात्रा' के जरिए कांग्रेस पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। इसके जरिए पार्टी करीब 375 लोकसभा सीटों को कवर करेगी। बता दें कि 5 महीने चलने वाली इस पदयात्रा में रोजाना 22 किलोमीटर पदयात्रा की जाती है।
PFI पर बैन :
कब - 28 सितंबर
कहां- पूरे देश में
केंद्र सरकार ने 28 सितंबर को कट्टरपंथी मुस्लिम संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर 5 साल के लिए बैन लगा दिया। PFI के अलावा 8 और संगठनों पर कार्रवाई की गई। इन सभी के खिलाफ आतंकी लिंक के सबूत मिलने के बाद इन पर बैन लगाया गया। केंद्र सरकार ने यह एक्शन (अनलॉफुल एक्टिविटी प्रिवेंशन एक्ट) UAPA के तहत लिया। सरकार ने PFI और उससे जुड़े संगठनों की गतिविधियां को देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बताते हुए इन्हें बैन किया। बता दें कि पीएफआई पर दंगे भड़काने और शाहीन बाग जैसे आंदोलन के जरिए कई महीनों तक दिल्ली को जाम करने के भी आरोप हैं।
24 साल बाद गैर गांधी बना कांग्रेस अध्यक्ष :
कब - 17 अक्टूबर
कहां - दिल्ली
कांग्रेस को 24 साल बाद आखिरकार उसका पहला गैर-गांधी अध्यक्ष मिला। शशि थरूर को एकतरफा मुकाबले में 6825 वोटों से हराने वाले मल्लिकार्जुन खड़गे लंबे समय बाद गैर-कांग्रेसी अध्यक्ष बने। इससे पहले 1998 में सोनिया गांधी और 2017 में राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष बने थे। कांग्रेस पार्टी की स्थापना दिसंबर, 1885 में एओ ह्यूम (Allan Octavian Hume) ने की थी। तब से अब तक 137 साल के इतिहास में ये छठा मौका है, जब कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव हुआ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए 1939, 1950, 1977, 1997 और 2000 में चुनाव हुए हैं।
मुलायम सिंह का निधन :
कब - 10 अक्टूबर, 2022
कहां - गुरुग्राम
10 अक्टूबर, 2022 को समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। उन्होंने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। बता दें कि मुलायम सिंह 22 अगस्त से मेदांता अस्पताल में भर्ती थे और 2 अक्टूबर से उन्हें लाइफ सपोर्ट पर रखा गया था। मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवंबर, 1939 को इटावा जिले के सैफई गांव में हुआ था। उनके पिता सुघर सिंह यादव एक किसान थे। वे तीन बार UP के सीएम रहे और केंद्र सरकार में रक्षा मंत्री भी रह चुके थे। इसके अलावा मुलायम सिंह 8 बार विधायक और 7 बार लोकसभा सांसद भी रहे थे।
गुजरात में BJP की रिकॉर्ड जीत :
कब - 8 दिसंबर
कहां - गुजरात
नवंबर-दिसंबर, 2022 में हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने इस बार रिकॉर्ड जीत दर्ज की। बीजेपी ने यहां 182 में से 156 सीटों पर जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया। इससे पहले कोई भी पार्टी अब तक इतनी सीट नहीं जीत पाई। वहीं, कांग्रेस पार्टी को महज 17 सीटें मिलीं। बीजेपी की इस जीत की सबसे बड़ी वजह मोदी-शाह की जोड़ी और उनकी रणनीतिक सूझबूझ रही। वहीं, राजनीति के जानकारों ने कांग्रेस की रिकॉर्ड हार का कारण राहुल गांधी की गुजरात से दूरी को माना। मोदी ने जहां गुजरात चुनाव में 31 रैलियां कीं, वहीं राहुल गांधी सिर्फ 2 बार ही गुजरात की जनता के बीच पहुंचे।