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अरविंद केजरीवाल को राजनीति करते दस साल पहले पूरे हो गए, 10 फोटो में देखिए उनके पुराने रंग-ढंग
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भारतीय राजनीति में अरविंद केजरीवाल की पहचान लोकप्रिय राजनेता और सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर है। उनकी जन्मभूमि हरियाणा रही है, मगर कर्मभूमि उन्होंने दिल्ली को बनाया।
बचपन से ही पढ़ाई-लिखाई में तेज रहे अरविंद केजरीवाल ने आईआईटी, खड़गपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। इसके बाद उन्होंने 1993 में सिविल सर्विस सेवा की परीक्षा पास की और भारतीय राजस्व सेवा के लिए उनका चयन हुआ।
आईआईटी, खड़गपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग करने के बाद उन्होंने टाटा स्टील में नौकरी की। हालांकि, यहां वे ज्यादा दिन नहीं रूके और मदर टेरेसा के साथ उनके काली घाट आश्रम में जाकर काम करने लगे।
वैसे, अरविंद केजरीवाल का मन आश्रम में भी ज्यादा दिन नहीं लगा और वे दो महीने बाद ही वहां से चले गए और सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी में जुट गए। भारतीय राजस्व सेवा में चुने गए और नौकरी की, मगर यहां भी ज्यादा समय तक नहीं रहे।
इसके बाद वे सूचना का अधिकार आंदोलन से जुड़े और आटीआई कार्यकर्ता के तौर पर मशहूर हुए, मगर यहां भी ज्यादा समय नहीं रहे और दूसरे प्रोजेक्ट से जुड़ गए। इसके बाद अन्ना के साथ इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन से जुड़े।
बाद में राजनीति में कदम रखा। आम आदमी पार्टी बनाई और अब दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर तीसरी बार दिल्ली की जनता को सेवा दे रहे हैं। यही नहीं, पार्टी का प्रदर्शन कुछ दूसरे राज्यों में अच्छा चल रहा है।
पंजाब में भी आम आदमी पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया और रिकॉर्ड सीटें जीतकर सरकार बनाई। यहां भगवंत मान को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी दी गई है।
अरविंद केजरीवाल शाकाहारी हैं और बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान से प्रभावित हैं। कॉमेडी फिल्में देखना अच्छा लगता है और अपने लगभग सभी काम वे खुद ही करना पसंद करते हैं।
दावा किया जाता है कि केजरीवाल बेहद सादगीभरा जीवन जीते हैं और परिवार को भी ऐसे ही रखते हैं। वह अपना, पत्नी का या फिर बच्चों का जन्मदिन तक नहीं मनाते।
वर्ष 2012 में उन्होंने पहली बार राजनीति में कदम रखा। इसी साल उन्होंने आम आदमी पार्टी की शुरुआत की। उन्होंने 16वें लोकसभा चुनाव में वाराणसी सीट से प्रधानमंत्री मोदी को टक्कर दी, मगर करीब तीन लाख 70 हजार वोट से हार गए।