4 पेग लगाकर डॉक्टर ने किया महिला का ऑपरेशन, नशे में सांस की नली में ठूस दिया खाने का ट्यूब
हटके डेस्क: डॉक्टर को भगवान का रूप कहा जाता है। बीमार शख्स अपनी जिंदगी डॉक्टर के हवाले कर देता है। उसे उम्मीद रहती है कि अब धरती पर उसे कोई बचा सकता है तो वो है डॉक्टर। लेकिन अगर वही डॉक्टर लापरवाही में मरीज की जान ले ले तो? ऐसे कई मामले देखने को मिलते हैं जब डॉक्टर्स से सर्जरी के दौरान चूक हो जाती है। कई बार मरीज के पेट में सर्जरी के दौरान औजार या तौलिया छूटने की खबर सामने आती रहती है। इन मामलों में डॉक्टर्स इसे लापरवाही का नाम दे देते हैं। लेकिन अगर कोई डॉक्टर शराब पीकर किसी की सर्जरी करे तो इसे लापरवाही नहीं क्राइम कहा जा सकता है। ऐसे ही क्राइम को करने के कारण फ्रांस में एक डॉक्टर को कोर्ट में सजा के लिए लाया गया जहां डॉक्टर ने खुद को बेगुनाह बताया। हालांकि सबूतों के आधार पर उसे जेल भेजा जाना तय माना जा रहा है। आइये आपको बताते हैं ये पूरा मामला...
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ये केस 2014 में फ्रांस से सामने आया था। यहां एक अस्पताल में एडमिट एक्सपट सिंथिया हॉक (Expat Xynthia Hawke) की मौत अपने बेटे इसाक के जन्म के कुछ दिन बाद ही हो गई थी।
जब सिंथिया की बॉडी का पोस्टमॉर्टम हुआ तो पाया गया कि उसके विंडपाइप की जगह इसोफेगस में ट्यूब को ठूस दिया गया था। इस वजह से उसे कार्डियक अरेस्ट आ गया और उसकी मौत हो गई।
28 साल की सिंथिया अपनी डिलीवरी के लिए हॉस्पिटल में एडमिट थी। उसकी सर्जरी 51 साल की डॉक्टर हेल्गा वॉटर्स ने की थी। उसने सर्जरी से पहले वोडका पी रखी थी और नशे में थी।
डॉक्टर ने उसी नशे की हालत में महिला की सर्जरी कर डाली। नशे में डॉक्टर ने सिंथिया के इसोफेगस की जगह उसके विंडपाइप में ट्यूब घुसा दी। ऑपरेशन थियेटर में ही उसे उल्टियां होने लगी थी।
सर्जरी के बाद सिंथिया कोमा में चली गई थी। चार दिन बाद उसकी मौत हो गई। जाँच में सामने आया कि उसके सांस लेने वाली पाइप में खाने की ट्यूब घुसा दी गई थी। इसके बाद डॉक्टर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया।
घटना के 6 साल बाद इसकी सुनवाई हुई, जहां आरोपी डॉक्टर वॉटर्स ने कहा कि उसने लोगों की जान बचाने के लिए डॉक्टर बनने का फैसला किया था। बीते 6 साल उसके लिए नर्क जैसे थे। उसे सजा नहीं दी जानी चाहिए।
वॉटर्स ने इसके लिए अपनी शराब की लत को जिम्मेदार ठहराया। उसने कहा कि इस लत की वजह से उसकी जिंदगी बर्बाद हो गई। वो जानते हुए किसी की जान नहीं ले सकती है।
वहीं इस मामले की सुनवाई के दौरान सिंथिया का पति अपने बच्चे के साथ कोर्ट पहुंचा था। सिंथिया के परिवार को उम्मीद है कि जल्द उन्हें न्याय मिलेगा। ताकि आगे कोई डॉक्टर ऐसी लापरवाही कर किसी की जान ना ले पाए।