कोरोना के कारण दुनिया में आएगा महा अकाल, इस बार भूख से मरेंगे लाखों-करोड़ों
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साउथ अफ्रीका की राजधानी जोहान्सबर्ग के एक लोकल मार्केट में मास्क पहन कर फल और सब्जियां बेचती महिलाएं। कोरोना महामारी से अफ्रीका और एशिया के गरीब देशों में अकाल पड़ने की संभवाना जताई गई है।
दुनिया के दूसरे देशों के साथ ही अफ्रीका के देशों में भी आर्तिक गतिविधियां ठप पड़ गई हैं, जबकि वहां की इकोनॉमी पहले से ही कमजोर हालत में है।
एक अफ्रीकी देश में कोरोना से संबंधित जांच-पड़ताल करते हुए मेडिकल स्टाफ।
यूएन के मुताबिक, अफ्रीकी देशों में हालात ज्यादा खराब हो सकते हैं और वहां के लोगों को भुखमरी का सामना करना पड़ सकता है।
यूएन ने भारत की हालत भी कोई अच्छी नहीं बताई है। इस संगठन का कहना है कि कोरोना की वजह से भारत में आर्थिक संकट काफी बढ़ सकता है और लोगों को अकाल का सामना करना पड़ सकता है।
यूएन के मुताबिक, कोरोना की वजह से भारत में लोगों को रोजगार के भीषण संकट का सामना करना पड़ सकता है।
यूएन का कहना है कि अफ्रीकी देश पहले से ही आर्थिक संकट और भुखमरी का सामना कर रहे हैं। कोरोना की वजह से उनकी ये परेशानी कई गुना ज्यादा बढ़ सकती है।
अफ्रीकी देशों में कोरोना से निपटने के लिए सही तरह से इंतजाम कर पाना मुश्किल साबित हो रहा है। जरूरी चीजों को हासिल करने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ती है और ये सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं कर पाते हैं।
अफ्रीकी देश पहले से ही भुखमरी और अनाज के संकट का सामना कर रहे हैं। कोरोना की वजह से यह संकट और भी बढ़ने वाला है। यूएन का कहना है कि लोगों को भुखमरी से बचाने के लिए उसे ज्यादा फंड की जरूरत होगी।
अफ्रीकी देशों में समय-समय पर अकाल पड़ता ही रहता है। ऐसी हालत में वहां काफी लोग भूख से मर जाते हैं। एक अफ्रीकी देश में अकाल की एक पुरानी तस्वीर।
कोरोना महामारी के साथ पहले से चला आ रहा जलवायु संकट भी लोगों की समस्याओं को बढ़ाएगा।
अफ्रीका के कई देशों में सिविल वॉर और तरह-तरह की समस्याओं के चलते एग्रीकल्चर लगातार पिछड़ता चला जा रहा है। ज्यादातर अफ्रीकी देशों में उद्योग धंधों की हालत अच्छी नहीं है। ऐसे में, उन देशों में अकाल पड़ना तय है।