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बड़ी खुशखबरी: 12 अगस्त को कुत्ते की मौत मारा जाएगा कोरोना, 2 दिन बाद मार्केट में आ जाएगी वायरस की पहली वैक्सीन
हटके डेस्क: चीन के वुहान से दुनिया में तबाही मचाने वाले कोरोना वायरस के अंत का समय आखिरकार आ ही गया है। देखते ही देखते करोड़ों लोगों को संक्रमित कर लाखों को मौत की नींद सुलाने वाले इस वायरस ने लोगों की जिंदगियां तबाह कर दी। एक से दूसरे इंसान में फैलते हुए ये वायरस आज दुनिया के लगभग हर देश में पहुंच गया है। लेकिन अब इन्तजार खत्म हुआ। आ गया है कोरोना के अंत का समय। दो दिन बाद इसका पहला वैक्सीन मार्केट में आएगा। इस वैक्सीन का दुनिया ने बेसब्री से इन्तजार किया है। वैसे तो दुनिया के कई देश इस वायरस के वैक्सीन को बनाने में जुटे हैं, लेकिन फिलहाल रेस में सबसे आगे रूस नजर आ रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि रूस में दो दिन बाद इसके वैक्सीन को लोगों के लिए उतार दिया जाएगा।
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WHO की रिपोर्ट के मुताबिक़, अभी पूरी दुनिया में कोरोना की कुल 21 वैक्सीन्स अंडर ट्रायल है। लेकिन इनमें सबसे आगे रूस की वैक्सीन है। रिपोर्ट्स के मुताबिक़, दो दिन बाद यानी 12 अगस्त को रूस इसका वैक्सीन रजिस्टर करवाएगा।
अगर ये रजिस्ट्रेशन हुआ, तो रूस दुनिया में कोरोना वैक्सीन बनाने वाला पहला देश बन जाएगा। इस वैक्सीन को रूस के गमलेया रिसर्च इंस्टीट्यूट ने तैयार किया है। ये जानवरों पर सुरक्षित साबित हुआ।
अब रूस इसे इंसानों पर ट्राय कर रहा है। अभी तक के ट्रायल्स के नतीजे पॉजिटिव आए हैं। ऐसे में अब ह्यूमन ट्रायल को अंतिम चरण ही माना जा रहा है।
रुसी अधिकारियो का कहना है कि रजिस्ट्रेशन के बाद अक्टूबर से इस इंजेक्शन को आम लोगों को देना शुरू कर दिया जाएगा। गमलेया रिसर्च इंस्टीट्यूट के निर्देशक अलेक्जेंडर गिंट्सबर्ग ने मीडिया से इस इंजेक्शन को लेकर बातचीत की।
उन्होंने बताया कि ये इंजेक्शन एडेनो वायरस के तर्ज पर बनाया गया है। इसकी सबसे ख़ास बात ये है कि इंजेक्शन इंसान की बॉडी पर कोई भी बुरा प्रभाव नहीं छोड़ेगी। साथ ही उन्होंने ट्रायल्स को लेकर भी कई बातें साझा की।
अलेक्जेंडर गिंट्सबर्ग ने बताया कि अभी तक जिन्हें भी इंजेक्शन दिया गया, उनकी बॉडी में कोरोना सहित अन्य रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती दिखाई दी है। ये प्रमाण है कि वैक्सीन अपने मकसद में कामयाब हो रहा है।
इस वैक्सीन को सबसे पहले इन्हें बनाने वाले डॉक्टर्स और शोधकर्ताओं पर ही ट्राई किया जाएगा। अलेक्जेंडर गिंट्सबर्ग ने कहा कि इंजेक्शन के बाद लोगों को बुखार आ ही जाता है। ये सामान्य बात है। इससे चिंता की कोई बात सामने आती है।
हालांकि, रूस ने अभी तक अपने इंजेक्शन के ह्यूमन ट्रायल का डेटा रिलीज नहीं किया है। इस वजह से कई देशों ने इस वैक्सीन पर सवाल उठाए हैं। इसमें अमेरिका से लेकर ब्रिटेन तक शामिल हैं।