सार

भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव की सियासी जंग फतह करने के लिए अपने सिपहसलारों को रणभूमि में उतार दिया है। 90 विधानसभा सीटों में से बीजेपी ने सोमवार को 78 सीटों पर अपनी पहली सूची जारी कर दी है, पार्टी ने अपने मौजूदा 7 विधायकों का टिकट काट दिया है। 

चंडीगढ़. भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव की सियासी जंग फतह करने के लिए अपने सिपहसलारों को रणभूमि में उतार दिया है। 90 विधानसभा सीटों में से बीजेपी ने सोमवार को 78 सीटों पर अपनी पहली सूची जारी कर दी है, पार्टी ने अपने मौजूदा 7 विधायकों का टिकट काट दिया है। 

जबकि 38 विधायकों पर एक बार फिर भरोसा जताया है। हरियाणा के जातीय समीकरण को देखते हुए बीजेपी ने जबरदस्त सोशल इंजिनियरिंग साधने की कवायद की है।

बीजेपी ने हरियाणा की सियासत में किंगमेकर माने जाने वाले जाट समुदाय से सबसे ज्यादा 17 प्रत्याशी उतारे हैं। जाट समुदाय के बराबर ही बीजेपी ने दलित समुदाय से भी 17 उम्मीदवारों पर भरोसा जताया है। जबकि पंजाबी समुदाय से 8, ब्राह्मण 7, वैश्य 7 और 6 प्रत्याशी गुर्जर समुदाय से उतारे हैं। इतना ही नहीं बीजेपी ने हरियाणा में 2 मुस्लिम प्रत्याशी उतारकर इस मिथक को भी तोड़ दिया कि बीजेपी को अपना कैंडिडेट नहीं बनाती है। 

बीजेपी की पहली सूची में 17 जाट

हरियाणा में करीब 28 फीसदी दलित समुदाय है, जो प्रदेश की सत्ता बनाने और बिगाड़ने की ताकत रखते हैं। इसी मद्देनजर बीजेपी ने 17 जाट समुदाय से प्रत्याशी बनाया है। इनमें सुभाष बराला, कमलेश ढांडा, महिपाल ढांडा, परमिंद्र ढुल, आदित्य देवीलाल, पवन बेनीवाल, ओपी धनखड़, कैप्टन अभिमन्यु, प्रेमलता, तीर्थ सिंह राणा, सुखविंदर मांडी, सुरेंदर पूनिया,जेपी दलाल, बबिता फोगाट, सतीश नांदल, विक्रम कादियान और परवीन डागर शामिल हैं। 

17 दलित प्रत्याशी पर दांव

हरियाणा में करीब 19 फीसदी दलित मतदाता हैं।  ऐसे में बीजेपी ने इस बार के सियासी रण में 17 दलित प्रत्याशियों पर भरोसा जताया है। इसमें राजवीर बरादा, बलवंत सिंह,कृष्ण बेदी, रवि तारनवाली, भगवान दास कबीरपंथी, कृष्ण पंवार, संतोष धनोदा, लक्ष्मण नापा, बलकौर सिंह, आशा खेदड़, बिशंभर वाल्मीकि, राम अवतार वाल्मीकि, डा. राकेश कुमार, डा. बनवारी लाल, सत्य प्रकाश जरावता, जगदीश नायर और नौकसम चौधरी के नाम शामिल है।

पंजाबी पर भरोसा

हरियाणा में पंजाबी समुदाय की अच्छी खासी दखल है। बीजेपी  ये मूल वोटबैंक माना जाता है। मुख्यमंत्री  मनोहर लाल खट्टर इसी समुदाय से आते हैं, जो हरियाणा में बीजेपी का चेहरा हैं। इसके अलावा अनिल विज, घनश्याम दास अरोड़ा, सुभाष सुधा, डा. किशन मिडढा, मनीष ग्रोवर, विनोद भयाना और सीमा त्रिखा शामिल हैं।

ब्राह्मण
हरियाणा में सियासत में 10 फीसदी के करीब ब्राह्मण मतदाता है। एक वोट बैंक एक दौर में कांग्रेस के मूल वोट माने जाते थे, लेकिन बदले हुए सियासी समीकरण में बीजेपी से खड़े नजर आ रहे हैं। ऐसे में बीजेपी ने ब्राह्मण समुदाय से लतिका शर्मा, नरेश कौशिक, रामबिलास शर्मा, मूलचंद शर्मा,योगेश्वर दत्त, शशिकांत कौशिक और मोहनलाल कौशिक को प्रत्याशी बनाया है।

वैश्य समुदाय के प्रत्याशी
बीजेपी ने हरियाणा में वैश्य समुदाय से 7 प्रत्याशी उतारे हैं। इनमें ज्ञान चंद गुप्ता, असीम गोयल, कविता जैन, डा. कमल गुप्ता, घनश्याम सर्राफ,  नरेंद्र गुप्ता और प्रदीप रत्तूसरिया प्रत्याशी बनाया है.

गुर्जर समुदाय के कैंडिडेट

हरियाणा में गुर्जर समुदाय बीजेपी के साथ मजबूती से जुड़ा है। ऐसे में बीजेपी ने गुर्जर समुदाय से 6 प्रत्याशी उतारे हैं। इसमें कंवरपाल, लीलाराम गुर्जर, नागेंद्र भड़ाना, राजेश नागर, बच्चन सिंह आर्य और सोहनपाल छोक्कर के नाम शामिल हैं।

चार यादव पर दांव
हरियाणा का यादव समुदाय बीजेपी के साथ खड़ा नजर आ रहा है। ऐसे में बीजेपी ने सीताराम यादव, ओम प्रकाश यादव, अभय सिंह यादव और मनीष यादव पर दांव लगाया है।

ओबीसी

 बीजेपी ने ओबीसी समुदाय से कर्णदेव कांबोज, रामचंद्र कांबोज, रणबीर गंगवा और रामकुमार कश्यप को प्रत्याशी बनाया है।

मुसलमान
हरियाणा में करीब 8 फीसदी मुस्लिम समुदाय का वोट है। ऐसे में बीजेपी ने जाकिर हुसैन और नसीम अहमद को प्रत्याशी बनाया है।

सिख समुदाय 
बख्शीश सिंह विर्क और संदीप सिंह को प्रत्याशी बनाया है।

अन्य समुदाय से
वेदपाल ऐडवोकेट, हरविंद्र कल्याण, राजपूत समुदाय से संजय सिंह।

जातीय समीकरण:

जाट                17

एससी             17

पंजाबी             08

ब्राह्मण            07

वैश्य                07

गुर्जर               06

बीसी                04

यादव               04

मुसलमान         02

रोड                  02

सिख                02

राजपूत            01

सैनी                0
कुल                78