सार
तमिलनाडु के कोयम्बटूर में रहने वाली 18 साल की इशाना ने कपास से सेनेटरी पैड बनाने का तरीका खोज निकाला है। कपास से बने ये पैड सेहत को कोई नुकसान नहीं पहुंचाते हैं और इन पैड को एक से ज्यादा बार इस्तेमाल किया जा सकता है।
कोयम्बटूर. तमिलनाडु के कोयम्बटूर में रहने वाली 18 साल की इशाना ने कपास से सेनेटरी पैड बनाने का तरीका खोज निकाला है। कपास से बने ये पैड सेहत को कोई नुकसान नहीं पहुंचाते हैं और इन पैड को एक से ज्यादा बार इस्तेमाल किया जा सकता है। ये पैड सूती कपड़े की कई परतों से बने होते हैं, इसी वजह से ये पैड सेहत को कोई नुकसान नहीं पहुंचाते साथ ही इन पैड को एक बार उपयोग करने के बाद फेकना नहीं पड़ता। इस पैड को एक से ज्यादा बार उपयोग किया जा सकता है।
इशाना का कहना है कि बाजार में मिलने वाले साधारण पैड में केमिकल जेल होता है, जिससे औरतों को सेहत खराब होने का खतरा रहता है। इसी वजह से उन्होंने कपास की कई परतों को मिलाकर ये पैड बनाए हैं जो किसी भी तरह से नुकसान नहीं करते।
इशाना को साधारण नैपकिन का उपयोग करने के बाद कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता था, जिसके बाद उन्होंने कपास से सेनेटरी पैड बनाने का निर्णय लिया। अब इशाना और भी लड़कियों को कपास से सेनेटरी पैड बनाने का तरीका सिखाना चाहती हैं ताकि किसी को भी ऐसी समस्या का सामना नहीं करना पड़े।