सार

सर्दियों के मौसम में आंखों से जुड़ी तकलीफ बढ़ने लगती है। कई बार धुंधलापन की समस्या हो जाती है। आंखों में जलन और दर्द भी महसूस होता है।

हेल्थ डेस्क। सर्दियों के मौसम में आंखों से जुड़ी तकलीफ बढ़ने लगती है। कई बार धुंधलापन की समस्या हो जाती है। आंखों में जलन और दर्द भी महसूस होता है। अक्सर आजकल लोग कम्प्यूटर और स्मार्टफोन पर ज्यादा वक्त देते हैं। लगातार कम्प्यूटर पर काम करने से भी आंखों में परेशानी होती है। लेकिन सर्दियों में ठंडी हवाओं के असर से ड्राई आई सिंड्रोम हो जाता है। इसमें आंखों से आंसू आने लगते हैं और कई बार देखने में भी कठिनाई होने लगती है। आम तौर पर यह समस्या 50 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों को ही होती है। यह समस्या उन महिलाओं को ज्यादा होती है, जिन्हें समय से पहले मेनोपॉज हो जाता है। अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ ऑप्थैमोलॉजी के अनुसार, पूरी दुनिया में  करीब 3.2 मिलियन (3,200,000)  महिलाएं और 1.7 मिलियन (1,700,000) पुरुष ड्राई आई सिंड्रोम की समस्या से पीड़ित हैं। जानते हैं, कैसे इस समस्या में राहत पाई जा सकती है।

1. हीटर का इस्तेमाल करने से बचें
सर्दियों में अक्सर लोग कमरे में हीटर का इस्तेमाल करते हैं। इससे हवा में नमी खत्म हो जाती है। इसका असर आंखों पर बुरा होता है। अगर हीटर का इस्तेमाल करना जरूरी हो तो साथ में हमडीफायर का भी यूज करें। इससे हवा में नमी बनी रहेगी और आंखों पर बुरा असर नहीं पड़ेगा।

2. गर्म पानी से सेक करें
ड्राई आई की समस्या में राहत पाने के लिए सूती कपड़े के एक टुकड़े को गर्म में पानी में भिगो कर उसे पलकों पर रखें। कम्प्यूटर पर काम करने के दौरान बीच-बीच में एक या दो मिनट के लिए ऐसा करने से काफी राहत मिलती है।

3. पालक और मछली का सेवन करें
पालक का साग खाने से भी ड्राई आई की समस्या में राहत मिलती है। अगर मछली खाएं तो यह ज्यादा फायदेमंद होगा। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड काफी पाया जाता है। यह आंखों की ड्रायनेस को कम करता है।

4. पानी खूब पिएं
सर्दियों में लोग पानी पीना कम कर देते हैं। यह ठीक नही है। हाइड्रेट रहने के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी पीना बहुत जरूरी है। इसके साथ ही फलों, खासकर गाजर का जूस पिएं। यह आंखों की समस्या में राहत देता है।

5. ग्रीन टी का सेवन करें
सर्दियों में नॉर्मल चाय पीने के साथ ही दिन में दो बार ग्रीन टी का सेवन जरूर करें। यह आंखों के लिए काफी फायदेमंद होती है और ड्राई आई सिंड्रोम की समस्या में इससे राहत मिलती है।