सार

हिंदू कैलेंडर का पांचवा महीना यानी श्रावण मास 6 जुलाई को शुरू होने वाला है। इस बार सावन मास 29 दिन का होगा।

उज्जैन. काशी के ज्योतिषाचार्य पं. गणेश मिश्र के अनुसार, शुक्लपक्ष की अष्टमी तिथि के क्षय होने के कारण ऐसा होगा। इस बार सावन महीने की शुरूआत उत्तराषाढ़ा नक्षत्र और वैधृति योग में होगी, लेकिन बृहस्पति का अपनी ही राशि धनु में होना शुभ है। इसके साथ ही चंद्रमा मकर राशि में रहेगा। सावन में 25 से ज्यादा शुभ योग बन रहे हैं। इस बार सावन महीने का पहला और आखिरी दिन सोमवार ही होगा। इस महीने में 5 सोमवार का शुभ संयोग बनने से ये महीना और भी खास रहेगा।

सावन का पहला और आखिरी दिन सोमवार
पं. मिश्र के अनुसार सावन महीने की शुरुआत 6 जुलाई को सोमवार से होगी और समापन भी 3 अगस्त सोमवार को होगा। इस बार सावन में पांच सोमवार भी आ रहे हैं, जो शुभ संकेत है। ऐसा ही संयोग 3 साल पहले 2017 में बना था। पं. मिश्र बताते हैं कि इस बार सावन महीने में 11 सर्वार्थसिद्धि, 3 अमृतसिद्धि और 12 दिन रवियोग रहेंगे। इन शुभ योगों में की गई भगवान शिव की पूजा से विशेष फल मिलता है। पूजा-पाठ में का शिवजी का अभिषेक करने से आयु, धन और स्वास्थ्य में वृद्धि होती है।

सावन की पहली तिथि का उदय सोमवार को
- पं. मिश्र बताते हैं कि श्रावण कृष्ण पक्ष प्रतिपदा की शुरुआत 5 जुलाई रविवार को सुबह 10.15 से होगी, जो दूसरे दिन सोमवार को सुबह 9.25 तक रहेगी।
- सोमवार को प्रतिपदा उदयातिथि में होने के कारण सावन की शुरुआत सोमवार से ही मानी जाएगी।
- श्रावण महीने में सोमवार 6, 13, 20, 27 जुलाई व 3 अगस्त को हैं। 20 जुलाई को सोमवती व हरियाली अमावस्या है। 3 अगस्त को रक्षाबंधन है।