सार

Parenting Tips : मॉनसून के मौसम में नवजात शिशुओं के बीमार होने का खतरा बना रहता है। ऐसे में उनकी देखभाल कैसे करें, इस बारे में यहां जानें।

बारिश का मौसम शुरू होते ही बच्चों को सर्दी, खांसी, बुखार और दूसरी बीमारियां होने लगती हैं। खासतौर पर, इस मौसम में नवजात शिशुओं की देखभाल करना बेहद जरूरी होता है। क्योंकि, मौसम में बदलाव का सीधा असर बच्चों के विकास और स्वास्थ्य पर पड़ता है। खासकर, समय से पहले जन्मे बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कम होती है। इसलिए, नवजात शिशुओं की बरसात के मौसम में, खासकर पहले तीन महीनों में बहुत सावधानी से देखभाल करनी चाहिए। 

मानसून में नवजात शिशु की देखभाल के लिए कुछ टिप्स यहां दी गई हैं : 

1. कपड़ों का रखें ध्यान :

बारिश के मौसम में नवजात शिशुओं को हमेशा परतों में कपड़े पहनाएं। बच्चे को पायजामा, फुल स्लीव शर्ट, ऊपर से जैकेट पहनाएं। साथ ही बच्चे के सिर को टोपी से ढक कर रखें।

2. बच्चे का बिस्तर साफ रखें :

नवजात शिशुओं के बिस्तर को साफ सुथरा रखें। इसके साथ ही बारिश के मौसम में बच्चों को ज्यादा बाहर न ले जाएं।

 

3. बच्चे को गर्माहट दें :

अगर घर का तापमान बहुत ठंडा होगा तो बच्चे को सर्दी, खांसी की समस्या हो सकती है। इसलिए, नवजात शिशु के कमरे का तापमान 23 से 25 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए।

4. स्तनपान बंद न करें :

बच्चे को कम से कम छह महीने तक मां का दूध पिलाना चाहिए। मां का दूध बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। इसलिए, छह महीने तक स्तनपान बंद न करें।

 

5. टीकाकरण जरूर करवाएं :

बच्चों को तीन महीने तक हर महीने टीका लगवाना चाहिए। खासतौर पर, डॉक्टर द्वारा बताए गए शेड्यूल के हिसाब से टीकाकरण करवाएं। इससे बच्चे के विकास और स्वास्थ्य की रक्षा होती है।

6. मॉइस्चराइजर लगाएं :

बच्चे की त्वचा बहुत नाजुक होती है। इसलिए, रूखेपन और रैशेज से बचने के लिए रोजाना एक अच्छा मॉइस्चराइजर लगाएं। खासकर सर्दियों में दो बार मॉइस्चराइजर जरूर लगाएं।

7. तेल मालिश जरूरी :

बारिश के मौसम में रूखेपन के कारण बच्चों को तेल मालिश बहुत जरूरी होती है। इसके लिए आप बेबी ऑयल, नारियल तेल, जैतून का तेल, बादाम का तेल इस्तेमाल कर सकते हैं। लगभग आधे घंटे तक मालिश करनी चाहिए। इससे बच्चे के शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है।