सार

पुरुष भले ही खुद को महिलाओं से आगे होने की बात कहते हैं। लेकिन आज की औरत पुरुषों से कई मामले में अव्वल हैं। पढ़ाई से लेकर रोजगार तक में वो उनसे आगे निकल रही हैं। इससे इतर सफाई के मामले में भी महिलाएं पुरुषों से कई गुना आगे हैं। पुरुष कितना गंदे रहते हैं ये राज उनके चड्डी और  बेडशीट से खुलता है।

लाइफस्टाइल डेस्क. महिलाएं पुरुषों से सफाई के मामले में आगे होती हैं। पुरुषों के अंडरवियर,  बेडशीट, यहां तक की उनका काम करने वाले टेबल से इसका पता चलता है। एक रिसर्च के मुताबिक 93 प्रतिशत महिलाएं एक बार अंडरवियर पहनने के बाद धो देती हैं। वहीं, पुरुषों में ऐसा देखने को नहीं मिलता है। 18 प्रतिशत पुरुष अंडरवियर को धोए बिना ही कई बार पहनते हैं। जब ये बात महिलाओं को पता चलती है तो उन्हें ऐसे पुरुषों से घिन आती है। 

गंदगी के मामले में पुरुष महिला से हैं आगे

इंटरनेट मार्केट रिसर्च पोर्टल YouGov ने इसे लेकर सर्वे किया था। जिसमें साफ-सफाई के मामले में महिलाएं कितनी आगे हैं उसके बारे में सामने आया था। सर्वे के मुताबिक पुरुष महिलाओं की तुलना में ज्यादा गंदे रहते हैं। चड्डी जहां वो बिना धोए कई दिनों तक पहन सकते हैं।वहीं, जिस बेडसीट पर वो सोते हैं उसे साफ करने की भी उन्हें फ्रिक नहीं होती है। बैचलर पुरुष करीब चार महीने तक बेडशीट को नहीं धोते हैं। ब्रिटेन में हाल ही में इसे लेकर एक सर्वे हुआ था।  2,250 वयस्क लोगों के बीच इस सर्वे को किया गया था।

चार महीने में एक बार पुरुष धोते हैं बेडसीट

सर्वे में सामने आया कि करीब आधे अविवाहित पुरुषों करीब चार महीने तक  बेडशीट को नहीं धोते हैं। वहीं, 12 प्रतिशत लोगों ने कहा कि जब ध्यान जाता है तभी धोते हैं। वहीं, अविवाहित महिलाएं ज्यादा बेडशीट चेंज करती हैं। 62 प्रतिशत महिलाएं हर दो हफ्ते में अपने बेडसीट को धोती हैं। जबकि वो विवाहित होती हैं तो तीन हफ्ते में बेडशीट धोती हैं।

डेस्क पर पुरुषों के ज्यादा बैक्टीरिया होता है

इतना ही नहीं, मर्दों के डेस्क पर महिलाओं के तुलना में 10 प्रतिशत ज्यादा बैक्टीरिया होते हैं।  वहीं, 78 प्रतिशत महिलाएं हाथ धोने के लिए साबुन का इस्तेमाल करती हैं, जबकि 50 प्रतिशत पुरुष ही हाथ साफ करने के लिए साबुन का इस्तेमाल करते हैं। नहीं तो वो वैसे ही पानी से हाथ धो लेते हैं।

क्यों पुरुष ज्यादा गंदे रहते हैं

सवाल ये हैं कि पुरुष महिला की तुलना में क्यों गंदे होते हैं। इसकी वजह उनकी परवरिश भी है।  दरअसल, जब बच्चे छोटे होते हैं तो लड़के बाहर खेलने तो जाते हैं, लेकिन लड़कियों को माता-पिता घर में रखते हैं। जिसकी वजह से वो ज्यादा साफ रहती हैं और ये आदत उम्र बढ़ने के साथ बनी रहती हैं। इसलिए बचपन से ही लड़का हो या फिर लड़की माता-पिता को चाहिए कि उन्हें साफ-सफाई का मतलब समझाएं और उनके अंदर साफ रहने की प्रवृति को विकसित करें।

बेडसीट की सफाई क्यों है जरूरी

जहां तक बेडशीट की सफाई की बात हैं तो डॉक्टर की मानें तो हर एक वीक में या ज्यादा से ज्यादा दो वीक में बेडशीट को बदल देना चाहिए। जब आप सोते हैं तो पसीना निकलता है। यह पसीना बेडशीट में जाता है और बदबू आने लगती हैं।  इतना ही नहीं नींद में त्वचा की मरी हुई कोशिकाएं  भी निकलती हैं। यदि आप बेडशीट को धोते नहीं हैं तो मरी हुई कोशिकाएं बेडशीट में विकसित होती है।  जिसकी वजह से खुजली की समस्या होती है।

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