सार

कुत्तों ने गुड्डी को बुरी तरह लहूलुहान कर दिया था। बच्ची के सिर, कान और हाथ में गहरे घाव हुए हैं। चेहरे के साथ ही पेट, कमर और कंधे पर भी चोट लगी है। घायल गुड्डी को जेपी अस्पताल ले जाया जाता है। जहां से उसे हमीदिया अस्पताल रेफर किया गया। वहां से इलाज के बाद घर भेजा गया।

भोपाल : मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) में नगर निगम के दावे एक बार फिर फेल हो गए हैं। राजधानी में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ गया है। आए दिन कुत्तों के हमले की खबरें सामने आ रही हैं। लोग इसकी शिकायत नगर निगम तक पहुंचा भी रहे हैं लेकिन निगम इसको लेकर उदासीन बना हुआ है। जिसको लेकर अब सवाल भी खड़े होने लगे हैं। ताजा मामला बागसेवनिया इलाके का है, जहां एक मासूम बच्ची पर कुत्तों के झुंड ने हमला कर दिया और नोच-नोच कर उसे बुरी तरह घायल कर दिया है। यह घटना वहां लगे CCTV में भी कैद हुई है। वहीं मामला सामने आने के बाद मानव अधिकार आयोग ने भी इसे गंभीरता से लिया है।

कुत्तों के झुंड ने नोचा
घटना शनिवार शाम सवा चार बजे की बताई जा रही है। कवर्ड कैंपस में निर्माणाधीन मकान में बच्ची के पिता राजेश बंसल मजदूरी करते हैं। शनिवार शाम उनकी बेटी गुड्‌डी घर के बाहर खेल रही थी कि तभी 5 कुत्ते वहां पहुंच गए और बच्ची पर हमला कर दिया। वह दौड़कर वहां से जाने लगी कि कुत्तों के झुंड ने उसे घेर लिया और नोचने लगे। इसका एक रोंगटे खड़े कर देने वाला वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि बच्ची पर कुत्तों के झुंड ने हमला कर दिया। वह इधर-उधर भाग रही थी और कुत्ते उसे नोच रहे थे। तभी बच्ची गिर जाती है और कुत्ते उसे बुरी तरह नोचने लगते हैं। तभी वहां एक युवक पहुंच जाता है और वह पत्थर मारकर कुत्तों को भगाता है।

बुरी तरह घायल हुई मासूम
कुत्तों ने गुड्डी को बुरी तरह लहूलुहान कर दिया था। बच्ची के सिर, कान और हाथ में गहरे घाव हुए हैं। चेहरे के साथ ही पेट, कमर और कंधे पर भी चोट लगी है। घायल गुड्डी को जेपी अस्पताल ले जाया जाता है। जहां से उसे हमीदिया अस्पताल रेफर किया गया। वहां से इलाज के बाद घर भेजा गया। बच्ची को कुत्तों के नोंचने का सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद निगम पर सवाल खड़े होने लगे हैं। बता दें यह कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले कोलार, तुलसी नगर, अयोध्या नगर, करोंद समेत कई इलाकों में कुत्तों के हमले की खबरें सामने आई थीं। 

 

मानव अधिकार आयोग ने मांगा जवाब
वहीं मामला सामने आने के बाद मानव अधिकार ने इसे गंभीरता से लिया है। रविवार को मानव अधिकार आयोग ने भोपाल निगमायुक्त और स्वास्थ्य विभाग से घटना के संबंध में 7 दिन में जवाब तलब किया है। इसमें आयोग ने एनीमल बर्थ कन्ट्रोल (डाग्स) नियम 2001 के तहत की गई कार्रवाई की जानकारी, वर्ष 2021 में कितने आवारा कुत्तों को स्टरलाईज्ड किया गया? इसकी वार्डवार जानकारी और घटना में पीडित बच्ची की मेडिकल रिपोर्ट और पीड़ित बच्ची के पिता को दी गई क्षतिपूर्ति राशि के संबंध में जानकारी मांगी है।

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