सार
पांच महीने में यानी जून से अक्तूबर 2021 के दौरान 1076 किसानों ने आत्महत्या की है। यानी राज्य में हर दिन 7 किसानों ने आत्महत्या की। किसानों की आत्महत्या का प्रमुख कारण कर्ज न चुका पाना है।
मुंबई : महाराष्ट्र (Maharashtra) में किसानों की आत्महत्या को लेकर एक चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया है। सरकार की माने तो राज्य में पिछले पांच महीने में यानी जून से अक्तूबर 2021 के दौरान ही 1076 किसानों ने आत्महत्या की है। विधानसभा में राज्य सरकार के आपदा प्रबंधन, राहत और पुनर्वास विभाग के मंत्री विजय वडेट्टीवार ने लिखित में इसकी जानकारी दी। बता दें कि महाविकास आघाड़ी सरकार की तरफ से कर्जमाफी और किसानों के लिए कई तरह की योजनाएं चलाने के दावे के बीच इन आंकड़ों ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
हर दिन 7 किसानों ने जान दी
सरकार की तरफ से सदन में पेश किए गए आंकड़े के मुताबिक राज्य में हर दिन 7 किसानों ने आत्महत्या की है। विजय वडेट्टीवार ने बताया कि आत्महत्या करने वाले इन किसानों में से 491 को जिला स्तर की संबंधित कमेटियों ने राज्य सरकार की महात्मा ज्योतिराव फुले कर्ज माफी योजना का पात्र भी घोषित किया है। जबकि 213 को अपात्र घोषित किया गया है। 372 मामलों की जांच जारी है। 482 किसानों के परिवारों को मदद दी जा चुकी है। फसल खराब होने, कर्ज वापस न कर पाने और तगादे से परेशान होकर आत्महत्या करने वाले किसानों के परिवारों को सरकार एक लाख रुपए का अनुदान देती है।
कर्ज और पारिवारिक समस्या से बढ़े केस
मंत्री विजय वडेट्टिवार की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक इन किसानों की आत्महत्या का प्रमुख कारण कर्ज न चुका पाना है। प्राकृतिक आपदाओं के कारण कई किसान कर्ज न चुका पाने की स्थिति में आ गए थे। जिसके कारण उनके घर की स्थिति बिगड़ती चली गई और वे आत्महत्या जैसे कदम उठाने को मजबूर हो गए।
2019 में महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा किसान आत्महत्या
बता दें कि 2019 के बजट सत्र के दौरान केंद्र सरकार ने बताया था कि भारत में साल 2019 के दौरान 5,957 किसानों ने आत्महत्या की थी। साल 2018 में ये आंकड़ा 5,763 था। लोकसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने फरवरी 2021 में बताया था कि 2019 के दौरान हर तीन घंटे में औसतन दो किसानों ने आत्महत्या की है। इन आंकड़ों के अनुसार देश में किसानों की आत्महत्या के 45 प्रतिशत मामले महाराष्ट्र से थेष साल 2019 में महाराष्ट्र के 2,680 किसानों ने आत्महत्या की थी। महाराष्ट्र के बाद सबसे ज्यादा किसान आत्महत्या के मामले कर्नाटक (Karnataka) में सामने आए थे।
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