सार
अमेरिका में कोरोना को लेकर 7 लाख से ज्यादा टेस्ट किए गए। कोरोना से संक्रमित देशों में जर्मनी पांचवें नंबर पर है, यहां लगभग 4.83 लाख टेस्टिंग कराई गई है। इसके बाद इटली है, जहां 4.29 लाख टेस्टिंग की गई।
नई दिल्ली. भारत में दिन-ब-दिन कोरोना संक्रमण की संख्या बढ़ती जा रही है। 30 मार्च की दोपहर 2 बजे तक के आंकड़े बताते हैं कि देश में 1,192 कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। इसमें 29 लोगों की जान जा चुकी है। लेकिन परेशान करने वाली खबर यह है कि 29 मार्च तक सरकार ने सिर्फ 32 हजार कोरोना टेस्टिंग की। भारत में पहला केस 29 जनवरी को ही आ गया है। ताजा आंकड़ों को देखे तो जिन देशों में ज्यादा टेस्टिंग हो रही है, वहां कोरोना संक्रमण की ज्यादा संख्या सामने आ रही है। उदाहरण के तौर पर 29 मार्च तक अमेरिका में 7 लाख से ज्यादा टेस्टिंग हो चुकी है। यहां कोरोना संक्रमण की संख्या 1,42,735 हो चुकी है। यह आंकड़ा 30 मार्च की दोपहर 2 बजे का है। अमेरिका में 2,489 लोगों की जान जा चुकी है।
देशों में टेस्टिंग का कोई सेंट्रलाइज डाटा नहीं
दुनिया में किस देश ने कितनी टेस्टिंग हुई, इसका कहीं एक जगह पर डाटा नहीं है। आंकड़ों पर जर्नलिज्म करने वाली वेबसाइट factly के मुताबिक इसके लिए कोई सेंट्रलाइज डाटा सेंटर नहीं है। जहां देखा जा सके कि किस देश में कितनी टेस्टिंग हुई है। हालांकि, कुछ देश समय-समय पर अपने यहां टेस्टिंग की रिपोर्ट पब्लिश कर रहे हैं।
चीन के बाद इटली फिर अमेरिका बन रहा कोरोना का केंद्र?
ताजा आंकड़ों को देखे तो अमेरिका में कोरोना के सबसे ज्यादा पॉजिटिव केस मिल रहे हैं। इससे पहले इटली में कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की संख्या सबसे तेजी से बढ़ी। चीन में तो कोरोना संक्रमण का पहला केस सामने आया था। इटली के अलावा कई यूरोपियन देश खासकर पश्चिमी यूरोप में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या ज्यादा है।
भारत में टेस्टिंग लैब की कमी
भारत में 27 मार्च तक 27,688 सेंपल टेस्ट किए गए। इसमें 691 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। 27 मार्च तक के आंकड़ों को देखें तो भारत में कुल सरकारी टेस्टिंग लेबोरेटरी 122 है। वहीं प्राइवेट लेबोरेटरी की बात करें तो दिल्ली में 8, गुजरात में 4, हरियाणा में 4, कर्नाटक में 2, महाराष्ट्र में 9, ओडिशा में 1, तमिलनाडु में 4, तेंलगाना में 7, यूपी में 1, वेस्ट बंगाल में 2, केरल में 2, हैं।