सार

जेडीएस और कांग्रेस के 16 विधायकों के इस्तीफे के बाद कुमारस्वामी सरकार गहरे संकट से जूझ रही है। 

बैंगलोर. कर्नाटक में राजनैतिक उथल पुथल के बाद अब कांग्रेस जेडीएस सरकार के सामने विधायकों के बगावती तेवर ने मुश्किल खड़ी कर दी है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में यथास्थिति बरकरार रखने के आदेश दिए हैं। जिसके बाद अब स्पीकर रमेश कुमार विधायकों को अयोग्य नहीं ठहरा सकते हैं।  वहीं शुक्रवार को विधानसभा के मॉनसून सत्र के दौरान कुमारस्वामी ने कहा कि वह बहुमत परीक्षण के लिए तैयार हैं। सीएम ने स्पीकर रमेश कुमार से फ्लोर टेस्ट की तारीख तय करने की अपील की। कर्नाटक विधानसभा में कुल 224 सदस्य हैं। लेकिन जेडीएस और कांग्रेस के 16 विधायकों के इस्तीफे के बाद कुमारस्वामी सरकार गहरे संकट से जूझ रही है। 

क्या है नंबर गेम
224 सदस्यों वाली कर्नाटक विधानसभा में दो निर्दलीय विधायक और एक बीएसपी विधायक के समर्थन से बीजेपी 108 के आंकड़े पर पहुंच सकती है। लेकिन बहुमत पाने के लिए किसी भी दल के पास 133 सीटें होना जरूरी है। वहीं अगर 16 विधायकों के इस्तीफे मंजूर हो जाते हैं तो कांग्रेस- जेडीएस सरकार 100 सीटों के साथ अल्पमत में आ जाएगी। गठबंधन से पहले सरकार के पास स्पीकर समेत 119 सीटें थे। इनमें 79 कांग्रेस के पास, 37 जेडीएस, और 2 निर्दलीय और 1 बीएसपी विधायक थे। 

सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा

सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस- जेडीएस के बागी विधायकों और कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर की दाखिल याचिकाओं पर यथास्थिति बनाए रखने के आदेश दिए हैं। अदालत ने स्पीकर को विधायकों के इस्तीफे पर फैसला लेने का मंगलवार को वक्त दिया है। मामले में सुनवाई उसी वक्त होगी। कांग्रेस ने बागी विधायकों को अयोग्य ठहराने के लिए स्पीकर के पास याचिका दी है। इससे पहले गुरुवार को कोर्ट ने उसी दिन स्पीकर को इस्तीफों पर फैसला लेने को कहा था।

कोर्ट में क्या हुआ
शुक्रवार को चीफ जस्टिस रंजन गोगोई वाली बेंच ने संबंधित पक्षों की दलीलों को सुना। बागी विधायकों के तरफ से मुकुल रोहतगी ने पैरवी की। उन्होंने स्पीकर पर जानबूझकर देरी का आरोप लगाया। जवाब में स्पीकर रमेश कुमार की तरफ से पेश हुए अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, इस्तीफे स्वीकार करने से पहले स्पीकर विधायकों के फैसले से संतुष्ट होना चाहते हैं। बता दें, एक दिन पहले इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने स्पीकर से एक दिन में विधायकों के इस्तीफे पर फैसला लेने को कहा था। 

सीजेई ने स्पीकर को लताड़ा
स्पीकर रमेश कुमार पर चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने सख्त टिप्पणी की। उन्होंने पूछा क्या स्पीकर सुप्रीम कोर्ट के अधिकार क्षेत्र को चुनौती दे रहे हैं। 

सरकार में 16 विधायकों दिया इस्तीफा

कांग्रेस और जेडीएस सरकार में 16 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था।  जिसमें कांग्रेस के 13 और जेडीएस के 3 विधायक अब तक इस्तीफा दे चुके हैं। हालांकि, स्पीकर ने इन्हें स्वीकार नहीं किया। अब मुख्यमंत्री कुमार स्वामी ने बहुमत साबित करने के लिए स्पीकर से तारीख तय करने को कहा है।