सार

संसद में चीन - पाकिस्तान की करीब होते रिश्तों की वजह मोदी सरकार की नीतियों को बताने वाले बयान पर राहुल गांधी (Congress leader Rahul gandhi) घिर गए। पहले अमेरिका ने राहुल के इस बयान का समर्थन नहीं करने की बात कही। इसके बाद भाजपा नेताओं समेत ट्विटर पर तमाम लोगों ने राहुल को घेरा। 

नई दिल्ली। संसद में न्यायपालिका, चुनाव आयोग जैसी संस्थाओं पर आरोप लगाने और मोदी सरकार की नीतियों के चलते चीन- पाकिस्तान के करीब आने वाले बयान के चलते कांग्रेस नेता राहुल गांधी  (Congress leader Rahul Gandhi) कठघरे में हैं। राहुल ने बुधवार को संसद में कहा था भारत सरकार की विदेश नीति की वजह से चीन-पाकिस्तान (China and Pakistan)  करीब आ रहे हैं। उनके इस बयान पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस (Ned Price) ने इस तरह के बयानों का समर्थन नहीं करने की बात कही। उन्होंने कहा कि यह पाकिस्तान और चीन का मसला है। इसे दोनों देशों पर छोड़ देना चाहिए। 

अमेरिका ने भी राहुल की बातों को किया खारिज
अमेरिका के बयान के बाद भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने भी राहुल गांधी को घेरा। उन्होंने अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के बयान वाले ट्वीट को रीट्वीट कर लिखा - पहले राहुल (गांधी) ने गलवान में तिरंगे को लेकर झूठ बोला, वो बेनकाब हो गया। अब अमेरिका ने पीएम मोदी की नीतियों को लेकर राहुल के आरोपों को खारिज कर दिया। पूनावाला ने कहा कि सिर्फ मोदी के विरोध के लिए राहुल भारत को खोखला कर रहे हैं।


पुरानी घटनाओं पर मांगा जवाब
पूनावाला ने एक अन्य ट्वीट के जरिये राहुल गांधी को कुछ पुरानी घटनाएं याद दिलाने की कोशिश की है। उन्होंने लिखा -  1963 में पाकिस्तान ने शक्सगाम घाटी को अवैध रूप से चीन को सौंप दिया। चीन ने 1970 के दशक में पीओके (POK)से होकर काराकोरम हाईवे बनाया था। 1970 के दशक से उनके बीच परमाणु समझौता है। 2013 में चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा शुरू हुआ। तब सत्ता में कौन था? राहुल जी को जवाब देना चाहिए। 

राहुल पर ट्विटर यूजर भी उठा रहे सवाल 
संसद में राहुल गांधी की टिप्पणियों को लेकर ट्विटर पर यूजर राहुल गांधी पर सवाल उठा रहे हैं। एक यूजर ने लिखा- राहुल जी, क्या आपको पता है- भारत में पहली गैर-कांग्रेसी सरकार 1957 में केरल में चुनी गई थी और नेहरू (जवाहर लाल नेहरू) ने उस राज्य सरकार को बर्खास्त कर दिया। नेहरू ने देश में एक भी गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री को नहीं आने दिया और आज राहुल गांधी राज्यों के संघ पर व्याख्यान दे रहे हैं।

 

संसद में राहुल गांधी ने क्या कहा था 
राहुल गांधी ने बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर संसद में कहा था कि आपकी नीति ने चीन और पाकिस्तान को एकजुट करने का काम किया है। यह भारत के सामने सबसे बड़ी चुनौती है। चीन के पास एक स्पष्ट प्लान है और उसकी नींव डोकलम और लद्दाख में रखी है। उन्होंने कहा कि कश्मीर पर सरकार ने गलत फैसला लिया है।' राहुल ने कहा कि हम जिस परिस्थियों का सामना कर रहे हैं उसे कम मत समझिए। यह भारत के लिए एक गंभीर खतरा है। राहुल गांधी ने कहा पीएम मोदी अपने आप से पूछें कि गणतंत्र दिवस पर आपको मेहमान क्यों नहीं मिल पा रहे हैं। आज भारत पूरी तरह से अलग-थलग और घिरा हुआ है। हमारे विरोधी हमारी स्थिति को समझते हैं।

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विदेश मंत्री ने भी राहुल के दावों को बेबुनियाद बताया
राहुल को विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने भी  खारिज किया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने लोकसभा में आरोप लगाया कि मोदी सरकार की गलत नीतियों के चलते पाकिस्तान और चीन को एकजुट हो गए हैं। तो शायद उन्हें कुछ इतिहास जानने की जरूरत है। 1963 में, पाकिस्तान ने अवैध रूप से शक्सगाम घाटी को चीन को सौंप दिया। चीन ने 1970 के दशक में पीओके के रास्ते से काराकोरम राजमार्ग का निर्माण किया। राहुल गांधी अपने आप से पूछें कि क्या तब चीन और पाकिस्तान दूर थे?

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