सार

भारत के संविधान को 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा में स्वीकार किया गया था। इसे बनाने में 2 साल 11 महीने 18 दिन लगे थे। संविधान बनाते वक्त इसमें 2 हजार संशोधन किए गए थे। 
 

नई दिल्ली। आज संविधान दिवस मनाया जा रहा है। 26 नवंबर को ही 73 साल पहले भारत के संविधान को स्वीकार किया गया था। 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा में संविधान को स्वीकृति मिली थी। संविधान बनाने में 2 साल 11 महीने 18 दिन लगे थे। 

आजादी मिलने से पहले ही संविधान बनाने का काम शुरू हो गया था। इसके लिए संविधान सभा का गठन हुआ था। 9 दिसंबर 1946 को संविधान सभा की पहली बैठक हुई थी। 11 दिसंबर 1946 को भारत के पहले राष्ट्रपति बने डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद को संविधान सभा का अध्यक्ष चुना गया था। 

संविधान बनाते वक्त किए गए थे 2 हजार संशोधन
29 अगस्त 1947 को संविधान लिखने के लिए ड्राफ्टिंग कमेटी नियुक्त की गई थी। डॉ भीमराव अंबेडकर को ड्राफ्टिंग कमेटी का चेयरमैन बनाया गया था। 2 नवंबर 1947 संविधान का ड्राफ्ट सबमिट किया गया था। 26 नवंबर 1949 को संविधान की ड्राफ्टिंग पूरी हुई थी। इसी दिन भारत की संविधान सभा ने संविधान को अपनाया था। 

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24 जनवरी 1950 को हाथ से लिखे गए संविधान पर साइन किया गया था। 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू हुआ था। इसलिए इसे गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। संविधान बनाते वक्त इसमें 2 हजार संशोधन किए गए थे। संविधान बनाने में 2 साल, 11 महीने और 18 दिन लगे थे। 26 नवंबर के दिन को पहले लॉ दिवस के रूप में मनाया जाता था। 2015 से इस दिन को संविधान दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। 

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