सार

चीन में बेकाबू हुए कोरोना के नए वेरिएंट BF.7 (जिसे एक्सपर्ट ने BA.5.2.1.7 नाम दिया है) को लेकर भारत में अलर्ट के चलते राहुल गांधी की महत्वाकांक्षी भारत जोड़ो यात्रा पर भी संकट मंडराने लगा है। माना जा रहा है कि यह यात्रा कश्मीर पहुंचने से पहले कैंसल हो सकती है। 

नई दिल्ली. चीन में बेकाबू हुए कोरोना के नए वेरिएंट BF.7 (जिसे एक्सपर्ट ने BA.5.2.1.7 नाम दिया है) को लेकर भारत में अलर्ट के चलते राहुल गांधी की महत्वाकांक्षी भारत जोड़ो यात्रा-Bharat Jodo Yatra पर भी संकट मंडराने लगा है। माना जा रहा है कि यह यात्रा कश्मीर पहुंचने से पहले तितर-बितर यानी कैंसल हो सकती है। हालांकि कांग्रेस यात्रा पूरी करने पर अड़ी है। भारत जोड़ो यात्रा 150 दिनों की अवधि में 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों को कवर करेगी। इसका समापन कश्मीर में होना है।

पहले जानिए ये बात
राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा-Bharat Jodo Yatra अपने पहले फेज के हरियाणा चरण के तीसरे और अंतिम दिन शुक्रवार को सोहना के खेरली लाला से शुरू हुई। राज्य के सीनियर लीडर्स ने बुधवार को राजस्थान से हरियाणा के नूंह में प्रवेश करने वाले पैदल मार्च का हिस्सा थे। सुबह की ठिठुरन को झेलते हुए गांधी के साथ चलने वालों में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला और कुमारी शैलजा शामिल थे। गुरुवार को राहुल गांधी ने कहा कि सरकार भारत जोड़ो यात्रा को रोकने के लिए बहाने लेकर आ रही है।  पढ़िए पूरी डिटेल्स...

क्या कश्मीर पहुंचने से पहले टूट जाएगी भारत जोड़ो यात्रा की चेन?
दरअसल, 20 दिसंबर को केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने राहुल गांधी को एक लेटर लिखा था। इसमें कोरोना की मौजूदा स्थिति को देखते हुए संभव हो तो भारत जोड़ो यात्रा कैंसल करने को कहा गया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने उन्हें लिखा था कि अगर COVID-19 प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जा सकता है तो मार्च को स्थगित करने पर विचार करें। कन्याकुमारी-टू-कश्मीर यात्रा, कांग्रेस की जन संपर्क पहल, जो 7 सितंबर को शुरू हुई थी, अब तक तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राजस्थान को कवर करते हुए हरियाणा में है।

नई गाइडलाइन
भारत में कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया लगातार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ संपर्क में हैं। लेटिन अमेरिका और चीन में कोरोना के तेजी से फैले संक्रमण को लेकर भारत सरकार सतर्क हो गई है। 22 दिसंबर को दिल्ली, महाराष्ट्र, यूपी आदि कई राज्यों ने मीटिंग करके कोरोना गाइड लाइन को लेकर चर्चा की। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना को लेकर कोई नई गाइडलाइन जारी हो सकती है।

इस बीच भारत सरकार ने नेजल वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। इसका उपयोग हेटेरोलॉगस बूस्टर के रूप में किया जाएगा और यह पहले निजी अस्पतालों में उपलब्ध होगा। इसे आज से #COVID19 वैक्सीनेशन प्रोग्राम में शामिल कर लिया जाएगा।

IMA कर चुका है अलर्ट
पीएम मोदी से लेकर कोरोना एक्सपर्ट तक मास्क लगाने की अपील कर रहे हैं। इस बीच इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने चीन जैसे कुछ देशों में कोविड-19 के मामलों की बढ़ती संख्या के बीच लोगों को विवाह समारोहों, राजनीतिक या सामाजिक बैठकों और अंतरराष्ट्रीय यात्रा जैसे सार्वजनिक समारोहों से बचने की सलाह दी है। हालांकि IMA के डॉक्टर अनिल गोयल ने गुरुवार को कहा कि भारत में लॉकडाउन की जरूरत नहीं पड़ेगी। उनका तर्क है कि चीन की तुलना में भारत के लोगों की इम्यूनिटी अधिक स्ट्रॉन्ग है। भारत की 95% आबादी में कोरोना के खिलाफ इम्यूनिटी बन चुकी है।

कांग्रेस को सता रहा यात्रा पर खतरा
कांग्रेस केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया के राहुल गांधी को लिखे लेटर के बाद आक्रामक है। गुरुवार को कांग्रेस ने अपने आफिसियल twitter अकाउंट पर सवाल उठाए-

  1. PM मोदी की रैली में लोग जाएंगे
  2. कांकरिया कार्निवाल में लोग जाएंगे
  3. फ्लावर शो में लोग जाएंगे
  4. प्रवासी भारतीय दिवस में लोग जाएंगे
  5. G-20 में लोग जाएंगे
  6. प्रमुख स्वामी की शताब्दी में लोग जा रहे हैं
  7. लेकिन सिर्फ 'भारत जोड़ो यात्रा' ही PM की आंखों में खटक रही है

गुरुवार को एविएशन मिनिस्ट्री ने भी नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। सिविल एविएशन मिनिस्ट्री ने आदेश जारी करते हुए कहा कि उड़ान में कुल यात्रियों में से 2 फीसदी यात्रियों का कोविड टेस्ट किया जाए। आदेश में कहा गया है कि अराइवल पर यात्रियों की जांच की जाए। पढ़िए पूरी गाइडलाइन

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