सार
दिल्ली में बढ़ते कोरोना के मामलों ने सबकी चिंता बढ़ा दी है। ऐसे में सवाल उठने लगा है कि क्या राजधानी में फिर से लॉकडाउन लगाया जाएगा। इस सवाल का जवाब दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने दिया। उन्होंने कहा, दिल्ली सरकार की लॉकडाउन लगाने की कोई मंशा नहीं है। 24 घंटे में यह दूसरा मौका है, जब दिल्ली सरकार की ओर से लॉकडाउन ना लगाने की बात कही गई है।
नई दिल्ली. दिल्ली में बढ़ते कोरोना के मामलों ने सबकी चिंता बढ़ा दी है। ऐसे में सवाल उठने लगा है कि क्या राजधानी में फिर से लॉकडाउन लगाया जाएगा। इस सवाल का जवाब दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने दिया। उन्होंने कहा, दिल्ली सरकार की लॉकडाउन लगाने की कोई मंशा नहीं है। हालांकि, दिल्ली में अब शादी जैसे कार्यक्रमों में 200 की जगह 50 लोग शामिल हो सकेंगे। इसकी अनुमित उप राज्यपाल अनिल बैजल ने दे दी है। इसके अलावा कुछ बाजारों के नियम भी बदले जाएंगे।
क्या कहा मनीष सिसोदिया ने ?
मनीष सिसोदिया ने कहा, दिल्ली सरकार की लॉकडाउन लगाने की कोई मंशा नहीं है। हमें विश्वास है कि कोरोना से निपटने के लिए लॉकडाउन उपाय नहीं है। इसका उपाय है कि बेहतर हॉस्पिटल और मेडिकल सिस्टम किया जाए। अभी तक दिल्ली सरकार ने मेडिकल व्यवस्था को लेकर अच्छा काम किया है, आगे भी अच्छा काम करेगी।
चिंता ना करें दुकानदार- सिसोदिया
सिसोदिया ने कहा कि मैं दुकानदारों को यह भरोसा दिलाना चाहता हूं कि उन्हें डरने की जरूरत नहीं है। हम चाहते हैं कि आपकी दुकानें खुली रहें। अगर जरूरत पड़ती है तो कुछ बाजारों के लिए नियम बदले जाएंगे। हमने केंद्र से यही गुजारिश की है, लेकिन किसी भी तरह का लॉकडाउन नहीं लगेगा।
किस वजह से लॉकडाउन की बढ़ रही आशंका?
- दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह कहा जा रहा है कि लॉकडाउन लग सकता है। यहां हर घंटे कोरोना से करीब 4 लोगों की मौत हो रही है। मरीजों की जान बचाने के लिए आईसीयू बेड की संख्या बढ़ाई जा रही है।
- दिल्ली में मंगलवार को कोरोना के 6,396 नए केस सामने आए। 99 मरीजों की मौत भी हो गई। राजधानी में संक्रमितों की कुल संख्या 4.95 लाख के पार पहुंच गई है।
- दिल्ली में कोरोना से अब तक 7,812 मरीजों की मौत हो चुकी है। इस बीच केंद्र सरकार ने टेस्ट क्षमता और आईसीयू के बेड को दोगुने तक करने का फैसला लिया है। जांच क्षमता को एक लाख से 1.2 लाख करने और आईसीयू बेड 3500 से बढ़ाकर 6000 से अधिक करने का फैसला लिया गया है।
- दिल्ली में अक्टूबर महीने में अंत तक कुल 3113 कंटेनमेंट जोन थे। लेकिन, पिछले 15 दिन में ही यह संख्या 4430 हो गई है।
- दिल्ली सरकार के मुताबिक, 1331 वेंटिलेटर बेड्स में से 1215 भर चुके हैं और अब सिर्फ 116 वेंटिलेटर ही उपलब्ध हैं।
केजरीवाल ने भी दिए लॉकडाउन के संकेत
इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लॉकडाउन के संकेत दिए थे। उन्होंने कहा, प्रदेश में कोरोना के मामले अगर इसी तेजी से बढ़ते रहे तो शहर के कई प्रमुख बाजार दोबारा बंद किए जा सकते हैं।