सार
नई दिल्ली के रोहिणी इलाके के एक अस्पताल में शनिवार सुबह आग (Fire in hospital) लग गई। इसके चलते एक मरीज की मौत हो गई। किडनी के मरीज को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था। बिजली और ऑक्सीजन सपोर्ट में गड़बड़ी के चलते उनकी मौत हो गई।
नई दिल्ली। नई दिल्ली के रोहिणी इलाके में स्थित ब्रह्म शक्ति अस्पताल में शनिवार सुबह आग (Fire in hospital) लगने से एक मरीज की मौत हो गई। 65 साल के मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे। आग के चलते उन्हें ऑक्सीजन मिलना बंद हो गया, जिससे उनकी मौत हो गई।
अस्पताल के अधिकारी ने कहा कि आग लगने से अस्पताल की ऑक्सीजन सुविधा में गड़बड़ी हुई थी, जिससे एक मरीज की मौत हुई। आशंका जताई जा रही है कि शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी। आग अस्पताल के तीसरे फ्लोर पर लगी थी। दिल्ली फायर सर्विस (डीएफएस) के निदेशक अतुल गर्ग ने कहा कि आग बुझाने के लिए दमकल की नौ गाड़ियां मौके पर भेजी गईं। आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है।
सुबह 5 बजे मिली थी आग की सूचना
डीसीपी प्रणव तयाल ने कहा कि सुबह करीब 5 बजे आग के बारे में सूचना मिली थी। इसके बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और अग्निशमन दल के कर्मियों को बुलाया गया। आईसीयू में भर्ती एक मरीज को छोड़कर बाकी सभी लोगों को अस्पताल से सुरक्षित निकाल लिया गया। प्रेम नगर के एक किडनी मरीज को अस्पताल से निकाला गया, लेकिन बिजली और ऑक्सीजन सपोर्ट में गड़बड़ी होने के चलते उनकी मौत हो गई।
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आग बुझाने का नहीं था इंतजाम
प्रणव तयाल ने कहा कि हॉस्पिटल में आग बुझाने के लिए कोई इंतजाम नहीं किया गया था। यहां तक कि इमरजेंसी के वक्त बाहर निकलने के लिए बने दरवाजे पर भी ताला लगाकर रखा गया था। इस संबंध में आईपीसी की धारा 285 (आग या जलने वाले पदार्थ के संबंध में लापरवाही), 287 (मशीनरी के संबंध में लापरवाही) और 304 ए (लापरवाही से मौत) के तहत मामला दर्ज किया जा रहा है। बता दें कि 27 मई को दक्षिणी दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल और शहर के पूर्वी हिस्से में मक्कड़ मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल में आग लगने की घटनाएं हुईं थी, इन घटनाओं में कोई हताहत नहीं हुआ था।
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