सार
फ्रांस से 7 हजार किमी की दूरी तय कर राफेल विमान अंबाला एयरबेस में सेफ लैंडिंग कर चुके हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, भारतीय राफेल विमानों का आना सैन्य इतिहास में एक नए युग की शुरुआत है।
अंबाला. फ्रांस से 7 हजार किमी की दूरी तय कर राफेल विमान अंबाला एयरबेस में सेफ लैंडिंग कर चुके हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, भारतीय राफेल विमानों का आना सैन्य इतिहास में एक नए युग की शुरुआत है। राजनाथ सिंह ने कहा, ये मल्टीरोल विमान भारतीय वायुसेना की क्षमताओं में क्रांतिकारी बदलाव लाएंगे। इससे पहले राफेल अरब सागर से भारतीय वायु सीमा में दाखिल हुए। यहां तैनात युद्धपोत आईएनएस कोलकाता ने उनका स्वागत किया। दोनों के बीच मजेदार बातचीत भी हुई।
राजनाथ सिंह ने कहा, मैं फ्रांसीसी सरकार और दसॉल्ट कंपनी को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने कोरोना महामारी के प्रतिबंधों के बावजूद विमान और उसके बावजूद विमान और हथियारों को डिलीवरी सुनिश्चित की।
मुझे खुशी, वायुसेना की क्षमता बढ़ रही- राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री ने कहा, मैं वायुसेना को बधाई देता हूं। मुझे विश्वास है कि 17 स्क्वॉड्रन गोल्डन ऐरो अपने लक्ष्य में कामयाब रहेगा। मुझे बहुत खुशी है कि हमारी क्षमता लगातार बढ़ रही है।
राफेल कैप्टन और INS कोलकाता के बीच हुई रोचक बात
जैसे ही राफेल ने भारतीय सीमा में प्रवेश किया। नेवी के INS कोलकाता ने उनका स्वागत किया। आईएनएस कोलकाता ने कहा, 'आप गर्व के साथ आसमान की ऊंचाइयों को छुएं। हैपी लैंडिंग। इस पर राफेल उड़ा रहे ग्रुप कैप्टन गुरकीरत सिंह ने कहा, 'हवाएं आपके माकूल रहें और हैप्पी हंटिंग।
लंबे वक्त से था भारत को इंतजार
इन विमानों का भारत और भारतीय वायुसेना लंबे वक्त से इंतजार कर रही है। राफेल ने फ्रांस से सोमवार को उड़ान भरी थी। इसके बाद यूएई के अल दफरा एयरबेस पर विमान उतरे। यहां से विमान भारत के लिए उड़ान भरी। रास्ते में एयर-टू-एयर रीफ्यूलिंग भी की गई। इसके बाद यूएई से अंबाला के एयरबेस में राफेल ने लैंडिंग की। निश्चित तौर पर राफेल आ जाने से चीन और पाकिस्तान की टेंशन बढ़ेगी।
अपडेट्स:
- भारतीय वायु सीमा में दाखिल हुए राफेल, कंट्रोल रूम ने विमानों का किया स्वागत, पायलटों को कहा बेस्ट ऑफ लक।
- यूएई से उड़ान भरने के थोड़ी ही देर बाद राफेल के पायलट ने आईएनएस कोलकाता से संपर्क स्थापित किया।
- सुरक्षा को देखते हुए अंबाला में धारा 144 लागू कर दी है। इसके अलावा मीडिया को भी एयरबेस के अंदर आने से मना किया गया है। इस क्षेत्र में फोटोग्राफी और वीडियो ग्राफी पर भी रोक लगाई गई है। बेस कैंप के 3 किमी के आसपास ड्रोन से नजर रखी जा रही है। इसके अलावा एयरबेस के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस भी तैनात की गई है। एयरबेस के ऊपर हेलिकॉप्टर लगातार निगरानी कर रहे हैं।
राफेल आने की खुशी में अंबाला से विधायक असीम गोयल ने भी ढोल पर डांस किया और लड्डू बांटे।
12 पायलटों ने की ट्रेनिंग पूरी
भारत ने 36 राफेल फ्रांस से खरीदे हैं। 5 विमानों का पहला बेच 29 जुलाई को भारत पहुंचेगा। अब तक वायुसेना के 12 पायलट राफेल के लिए अपनी ट्रेनिंग पूरी कर चुके हैं। वहीं, कुछ और ट्रेनिंग की फाइनल स्टेज में हैं। दोनों देशों के बीच हुए करार के मुताबिक, फ्रांस को भारत के 36 पायलटों को राफेल उड़ाने की ट्रेनिग देना है। इनमें से ज्यादातक की ट्रेनिंग फ्रांस में होगी।
2 जून को राजनाथ सिंह ने की थी फ्रांस की
इससे पहले 2 जून को भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली से बात की थी। इस दौरान उन्होंने भरोसा दिलाया था कि भारत में राफेल तय वक्त में आएंगे, कोरोना का असर डिलीवरी पर नहीं पड़ेगा।
300 किलोमीटर दूर जमीन पर भी साध सकता है निशाना
राफेल का मिसाइल सिस्टम काफी आधुनिक और बेहतर है। यह विमान हवा से हवा और हवा से जमीन पर सटीक निशाना साधने वाले हथियारों को अपने साथ ले जाने में सक्षम है। राफेल में लगी मीटियोर मिसाइल है, जो 150 किलोमीटर मार कर सकती है। वहीं, स्कैल्फ मिसाइल 300 किलोमीटर तक मार कर सकती है। जबकि HAMMER का इस्तेमाल कम दूरी के लिए किया जाता है। यह मिसाइल आसमान से जमीन पर वार करने के लिए कारगार साबित होती है।
राफेल की खासियतें
1- लंबाई- 15.30 मीटर
2- चौड़ाई- 10.80 मीटर
3- वजन- 15000 किलो (हथियारों के साथ)
4- स्पीड - 2450 किमी/घंटा
5- रेंज- 3700 किमी
किसमें कितना है दमः राफेल Vs चीन का J-20 और पाक का F-16