सार

कर्नाटक के बेंगलुरु स्थित कंपनी एसएसएस डिफेंस ने पहली स्वदेशी स्नाइपर राइफल प्रोटोटाइप बनाया है। कंपनी ने दो स्नाइपर रायफल्स डेवलप की हैं जो भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा उपयोग के लिए हैं। 61 साल पुरानी यह कंपनी पहले ऑटोमोटिव इंडस्ट्री के लिए कम्पोनेंट्स मैनुफैक्चर के लिए पार्ट्स का निर्माण करती थी।

नई दिल्ली. कर्नाटक के बेंगलुरु स्थित कंपनी एसएसएस डिफेंस ने पहली स्वदेशी स्नाइपर राइफल प्रोटोटाइप बनाया है। कंपनी ने दो स्नाइपर रायफल्स डेवलप की हैं जो भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा उपयोग के लिए हैं। 61 साल पुरानी यह कंपनी पहले ऑटोमोटिव इंडस्ट्री के लिए कम्पोनेंट्स मैनुफैक्चर के लिए पार्ट्स का निर्माण करती थी। 

भारत में हथियार निर्माण का नेतृत्व करने की उम्मीद
- एसएसएस डिफेंस ने दो स्नाइपर राइफल बनाया है। इस कंपनी की भारत में हथियार निर्माण और निर्यात हब बनने में महत्वपूर्ण भूमिका मानी जा रही है। एसएसएस डिफेंस के प्रबंध निदेशक (एमडी) ने कहा, 'रक्षा क्षेत्र में मेक इन इंडिया के आने के बाद हमने इन राइफलों को डिजाइन और विकसित करना शुरू कर दिया। हम देश में हथियार विकसित करने की अनुमति देने वाले कुछ निर्माताओं में से एक बन गए।

- उन्होंने कहा, "हमारा विचार है कि हमारे सुरक्षा बलों के लिए हथियारों की एक पूरी प्रणाली हो और हम अंततः एक हथियार निर्यातक बनने की उम्मीद करते हैं। जाहिर है हमें अपने हथियार बनाने के लिए बहुत अधिक काम करना होगा।"

- हथियारों के बारे में सीईओ विवेक कृष्णन ने कहा," इसमें वाइपर में .308/7.62x51एमएम की कार्टेज और साबेर में .338 की कार्टेज लगती है। बैरल की लंबाई 20 इंच से 24 इंच तक हैं।"