सार

भारत सरकार ने 'इंडियाAI' मिशन लॉन्च किया है, जो देश को AI के क्षेत्र में ग्लोबल लीडर बनाएगा। सात प्रमुख स्तंभों पर आधारित यह मिशन, भारतीय स्टार्टअप्स को AI मॉडल विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करेगा और फंडिंग भी प्रदान करेगा।

IndiaAI Mission: भारत सरकार ने देश को AI तकनीक के क्षेत्र में ग्लोबल पॉवर बनाने के लिए ‘इंडियाAI मिशन’ को मंजूरी दे दी है। इस मिशन के लिए सात प्रमुख स्तंभों के माध्यम से भारत में AI इकोसिस्टम को मजबूती देने का प्रयास किया जाएगा।

क्या है ‘इंडियाAI मिशन’?

इंडियाAI मिशन को डिजिटल इंडिया कॉरपोरेशन के तहत एक स्वतंत्र बिजनेस डिवीजन ‘इंडियाAI’ द्वारा लागू किया जाएगा। इस मिशन को सात प्रमुख पिलर्स के माध्यम से लागू किया जाएगा।

  • इंडियाAI कंप्यूट – AI के लिए आवश्यक कंप्यूटिंग संसाधन उपलब्ध कराना।
  • इंडियाAI इनोवेशन सेंटर – भारतीय स्टार्टअप्स और शोधकर्ताओं को सहयोग देना।
  • इंडियाAI डेटासेट प्लेटफॉर्म – विविध और उच्च-गुणवत्ता वाले भारतीय डेटासेट का निर्माण।
  • इंडियाAI एप्लिकेशन डेवलपमेंट इनिशिएटिव्स – विभिन्न क्षेत्रों में AI-आधारित साल्युशन विकसित करना।
  • इंडियाAI फ्यूचर स्किल्स – AI से संबंधित स्किल डेवलपमेंट को प्रोत्साहित करना।
  • इंडियाAI स्टार्टअप फाइनेंसिंग – फंडिंग सपोर्ट और इन्वेस्टमेंट उपलब्ध कराना।
  • सेफ एंड ट्रस्टेड AI – एथिक्स और सिक्योरिटी सुनिश्चित करना।

चाइनीज AI DeepSeek की भारत क्यों कर रहा तारीफ, अश्विनी वैष्णव का बड़ा ऐलान

क्या है इकोनॉमिक सर्वे, कौन करता है तैयार; जानें पहली बार कब हुआ पेश

इंडिया फाउंडेशनल मॉडल्स के डेवलपमेंट के लिए इनविटेशन

इंडियाAI इनोवेशन सेंटर के तहत सरकार इंडियन स्टार्टअप्स, रिसर्चर्स और एंटरप्रेन्योर्स को इंडिया में फाउंडेशनल AI मॉडल्स विकसित करने के लिए आमंत्रित कर रही है। यह इनिशिएटिव भारतीय संदर्भ में विकसित लार्ज मल्टीमोडल मॉडल्स (Large Multimodal Models), लार्ज लैंग्वेज मॉडल्स (LLM) या स्मॉल लैंग्वेज मॉडल्स (SLM) के निर्माण को बढ़ावा देगी। इस पहल का उद्देश्य भारतीय डेटा पर ट्रेन्ड हाईलेवल AI मॉडल्स तैयार करना है जो न केवल ग्लोबल स्टैंडर्स पर खरा उतरें बल्कि भारत की विशेष आवश्यकताओं और अवसरों को भी संबोधित करें।

प्रस्तावों का मूल्यांकन किन आधारों पर होगा?

इस इनिशिएटिव के तहत प्रस्तावों का मूल्यांकन निम्नलिखित मापदंडों के आधार पर किया जाएगा…

  1. टीम की क्षमता – AI अनुसंधान, विकास और कार्यान्वयन में विशेषज्ञता, मशीन लर्निंग, NLP, कंप्यूटर विजन और डेटा इंजीनियरिंग का बहुआयामी अनुभव, और पूर्व में मॉडल निर्माण का अनुभव।
  2. रणनीति एवं दृष्टिकोण – AI मॉडल्स के विकास की स्पष्ट और नवीन रणनीति, भारतीय संदर्भ में कम प्रतिनिधित्व वाले डेटा के स्रोतों की पहचान एवं सफाई की योजना, और मॉडल के प्रशिक्षण, अनुकूलन एवं विस्तार की पद्धति।
  3. डेटा रणनीति – प्रस्तावित डेटासेट की गुणवत्ता, मात्रा, विविधता और अंतर-संचालन क्षमता।
  4. समय-सीमा एवं माइलस्टोन्स – मॉडल निर्माण के लिए स्पष्ट और यथार्थवादी समय-सीमा एवं प्रगति के मील के पत्थर।
  5. एथिकल AI सिद्धांत – मॉडल में पूर्वाग्रहों को कम करने, निष्पक्षता और एथिकल AI प्रथाओं को अपनाने के लिए मजबूत उपाय।

IP अधिकार और सरकारी उपयोग

इस पहल के तहत विकसित मॉडल का बौद्धिक संपदा (IP) अधिकार संबंधित संस्था के पास रहेगा लेकिन सरकार को सार्वजनिक उपयोग के लिए इसका स्थायी लाइसेंस प्राप्त होगा। चयनित टीमों को 30 दिनों के भीतर कंपनी के रूप में पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा।

वित्तीय सहायता और इक्विटी मॉडल

इंडियाAI मिशन के तहत फंडिंग सपोर्ट दो तरह से दी जाएगी…

डायरेक्ट फंडिंग: स्टार्टअप्स को AI मॉडल विकसित करने के लिए अनुदान और कंप्यूटिंग क्रेडिट्स दिए जाएंगे।

इक्विटी-आधारित फंडिंग: भविष्य में चयनित स्टार्टअप्स में सरकार इक्विटी निवेश कर सकती है।

यह भी पढ़ें:

दुनिया का पहला सैटेलाइट वीडियो कॉल, Vodafone इंजीनियर ने रचा इतिहास