सार

पीएम मोदी ने कहा कि देश के लोगों को आरोग्य सेतु ऐप का इस्तेमाल करना चाहिए। यह ऐप कोरोना से लड़ने में बहुत बड़ी भूमिका निभा सकता है। ऐसे में जानते हैं कि आखिर यह ऐप कैसे काम करता है? 

नई दिल्ली. पीएम मोदी ने कहा कि देश के लोगों को आरोग्य सेतु ऐप का इस्तेमाल करना चाहिए। यह ऐप कोरोना से लड़ने में बहुत बड़ी भूमिका निभा सकता है। ऐसे में जानते हैं कि आखिर यह ऐप कैसे काम करता है? दरअसल, कोरोना वायरस से निपटने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मिनिस्ट्री के अंतर्गत आने वाली राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र ने आरोग्य सेतु ऐप तैयार किया है। यह बताएगा कि आपके आस-पास कोई कोरोना सक्रमित व्यक्ति तो नहीं है। दरअसल, इस ऐप को कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के डेटा से जोड़ा जाएगा। फिर जैसे ही उस डेटा का (कोरोना संक्रमित व्यक्ति) कोई भी व्यक्ति आपके आस-पास करीब 6 फीट के दायरे में आएगा, वैसे ही यह ऐप आपको अलर्ट भेजना शुरू कर देगा। इतना ही नहीं, यह ऐप आपके डेटा को सरकार से भी शेयर करेगा।

कैसे काम करेगा आरोग्य ऐप?

द नेक्स्ट वेब की रिपोर्ट के मुताबिक, यह स्मार्टफोन के लोकेशन डेटा और ब्लूटूथ के जरिए सूचना इकट्ठा करेगा। यह ऐप यूजर को बताएगा कि वो किसी कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में तो नहीं आया? यूजर की जानकारी लेने के बाद यह ऐप कोरोना से संक्रमित व्यक्ति के डेटाबेस को चेक करता है। अगर वहां ऐसे किसी व्यक्ति की लोकेशन आपके आसपास मिलती है जो कोरोना पॉजिटिव है तो तुरन्त यह ऐप आपको अलर्ट भेजता है। अभी इस ऐप का बीटा वर्जन आना बाकी है। बीटा वर्जन के बाद यह और भी एडवांस होगा। 

 

6 फीट तक होगी ऐप यूजर की सुरक्षा   
ऐप की खासियत है कि यह आपके 6 फीट के रेडियस तक आपकी सुरक्षा करता है। 6 फीट के रेडियस में कोई भी कोरोना संक्रमित व्यक्ति आयाा तो आपको पता चल जाएगा। 

 

चैट के जरिए कोरोना से जुड़े सवाल पूछ सकेंगे
ऐप में चैट की भी सुविधा है, जिसके जरिए आप कोरोना से जुड़ा कोई भी सवाल पूछ सकते हैं। अगर ऐप यूजर कोरोना के हाई रिस्क जोन (एरिया) में हैं तो ऐप उसको कोरोना वायरस टेस्ट कराने, हेल्पलाइन पर फोन करने और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाने के लिए सलाह देता है। 

कहां मौजूद है?
यह ऐप ऐंड्रॉयड और iOS के लिए तैयार किया गया है। ऐपल ऐप स्टोर और गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। यह 11 भाषाओं में मौजूद है।