सार

आज ही के दिन बॉम्बे स्टेट का पुनर्गठन कर दो राज्य बनाए गए थे गुजरात व महाराष्ट्र। दोनों राज्य आज अपना 62वां स्थापना दिवस मना रहे हैं। गुजरात के पाटन में स्थापना दिवस का मुख्य कार्यक्रम आयोजित है। 

नई दिल्ली। देश के दो महत्वपूर्ण राज्य गुजरात व महाराष्ट्र के लिए मई दिवस बेहद खास है। मजदूर दिवस के दिन दोनों राज्यों का पुनर्गठन हुआ था। 1 मई 1960 को दोनों राज्य अस्तित्व में आए थे। हर साल दोनों राज्य इस दिन को खास तरीके से मनाते हैं। गुजरात में इस बार स्थापना दिवस पाटन में मनाया जा रहा है। 

गुजरात के स्थापना का इतिहास

1 मई गुजरात और महाराष्ट्र अस्तित्व में आए थे। दरअसल, भारत की आजादी के समय कम राज्य ही देश में थे। उस समय न तो गुजरात था न ही महाराष्ट्र। इस क्षेत्र को बॉम्बे स्टेट के रूप में जाना जाता था। लेकिन 1 मई 1960 को बॉम्बे स्टेट का पुनर्गठन किया गया और इसे दो राज्यों में बांट दिया गया। बॉम्बे स्टेट से गुजरात और महाराष्ट्र अस्तित्व में आया। हर साल 1 मई को गुजरात और महाराष्ट्र अपना स्थापना दिवस बड़ी धूमधाम से मना रहे हैं। 

पाटन में मनाया जाएगा पूरा कार्यक्रम

इस बार गुजरात का 62वां स्थापना दिवस पाटन में मनाया जाएगा। पिछले 2 साल में कोरोना काल के चलते कोई काम नहीं हुआ। गुजरात स्थापना दिवस का कार्यक्रम पहली बार पाटन में होने जा रहा है। इस आयोजन को गुजरात गौरव दिवस के रूप में मनाया जाता था और यह केवल गांधीनगर में ही होता था। लेकिन जब नरेंद्र मोदी सत्ता में आए तो राज्य के अलग-अलग जिलों में इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई। कार्यक्रम में विभिन्न विकास कार्यों का उद्घाटन किया गया।

110 करोड़ के विकास कार्यों का होगा लोकार्पण

गुजरात स्थापना दिवस (Gujarat Foundation Day Programme) के कार्यक्रम के लिए पाटन शहर को दुल्हन की तरह सजाया गया है। इसमें भव्य परेड, विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इन कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को राज्य की संस्कृति, परंपरा और इसके गौरवशाली इतिहास से अवगत कराया जाता है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल पाटन जिले में 110 करोड़ के विकास कार्यों का उद्घाटन करेंगे। साथ ही 330 करोड़ के काम का मुहूर्त शुरू किया जाएगा। इसमें करीब 10 एकड़ में 100 करोड़ रुपये की लागत से बने क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र का भी उद्घाटन किया जाएगा।

राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल (Bhupendra Patel) और राज्यपाल आचार्य देवरतजी (Governor Acharya Devratjee) उत्तर गुजरात विश्वविद्यालय (North Gujarat University) के परिसर में पुलिस परेड का निरीक्षण करेंगे। उसके बाद पुलिस कर्मियों द्वारा राइफल मॉकड्रिल, मोटरसाइकिल के अद्भुत कारनामे, डॉग शो जैसे कार्यक्रम होंगे, जिसकी तैयारी पिछले 1 महीने से चल रही है।

मई दिवस भी आज ही मनाया जाता

पूरे विश्व में 1 मई को मजदूर दिवस (Labour Day) भी मनाया जाता है। भारत में एक मई 1923 को पहली बार मजदूर दिवस की शुरूआत की गई थी। इसकी शुरूआत लेबर किसान पार्टी ऑफ हिन्दुस्तान ने चेन्नई यानि तत्कालीन मद्रास में की थी। पहली बार सोशलिस्ट व बामपंथी पार्टियों ने इस कार्यक्रम में लाल झंडे को मजदूरों की एकजुटता और संघर्ष के रूप में यहां इस्तेमाल किया था। 

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