सार

देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस अक्टूबर के पहले हफ्ते में लखनऊ-दिल्ली-लखनऊ रूट पर शुरू हुई थी। इसे शुरू हुए तीन हफ्ते बीत गए हैं। इस ट्रेन की सुविधाएं परेशानी का सबब बन रही हैं। 

नई दिल्ली. देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस अक्टूबर के पहले हफ्ते में लखनऊ-दिल्ली-लखनऊ रूट पर शुरू हुई थी। इसे शुरू हुए तीन हफ्ते बीत गए हैं। इस ट्रेन की सुविधाएं परेशानी का सबब बन रही हैं। दरअसल, ट्रेन की केबिन होस्टेस पैसेंजर्स की हरकतों के चलते काफी परेशान हैं। 

केबिन होस्टेस के मुताबिक, जब वे यात्रियों को सर्व कर रही होती हैं तो उनमें से कुछ फोटो खींचते हैं, कुछ वीडियो बनाते हैं। इससे वे काफी असहज महसूस करती हैं। 

चाहकर भी मना नहीं कर पातीं होस्टेस 
ट्रेन में काम करने वाली एक होस्टेस ने बताया कि यात्री उनके साथ सेल्फी लेते हैं, वे उन्हें चाहकर भी मना नहीं कर पाती। कई बार तो बिना किसी वजह के यात्री बटन दबाकर भी होस्टेस को बुलाते हैं और परेशान करते हैं। यहां तक कि कुछ यात्री तो नंबर भी मांगने लगते हैं।
 
सुविधाओं के मामले में शताब्दी से भी आगे है तेजस
देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस सुविधाओं के मामले में शताब्दी से भी आगे है। इसमें एक्जीक्यूटिव क्लास में 52 और चेयर क्लास में 78 सीटें हैं। ये लेदर की हैं और फ्लाइट की तरह काफी आरामदायक भी हैं। सीटों के ऊपर रीडिंग लाइट और अटेंडेंट कॉल बटन दिया गया है। इसे दबाने पर ट्रेन हॉस्टेस आ जाती है। बोगी में दोनों तरफ सीसीटीवी कैमरा लगे हैं। खिड़कियों के पर्दे ऑटोमैटिक हैं, बटन के जरिए खिड़कियों को खोला या बंद किया जा सकता है।

कितना है किराया ?
ट्रेन का लखनऊ से नई दिल्ली का न्यूनतम किराया 1125 रुपए और एक्जीक्युटिव चेयर कार का 2310 रुपए है। वहीं, दिल्ली से लखनऊ तक एसी चेयर कार का किराया 1,280 है। एग्जिक्यूटिव चेयर कार का 2450 रुपए किराया है।

लखनऊ से कानपुर जाने के लिए यात्रियों को एसी चेयर कार का 320 रुपए, एग्जिक्यूटिव चेयर कार का 630 रुपए देना होता है। लखनऊ से गाजियाबाद के लिए एसी चेयर कार का 1125 और एग्जिक्यूटिव चेयर कार 2,310 रुपए किराया है। दिल्ली से कानपुर आने वाले यात्री 1155 रुपए चुका रहे हैं। एग्जिक्यूटिव चेयर कार के लिए 2310 रुपए लगता है।

इन स्टापेज पर रुकती है ट्रेन
दिल्ली लखनऊ रूट पर सफल होने के बाद इस ट्रेन को अहमदाबाद-मुंबई के बीच शुरू किया जाएगा। दिल्ली-लखनऊ के बीच यह ट्रेन दो स्टेशनों कानपुर और गाजियाबाद में रुकती है। ट्रेन मंगलवार को छोड़कर हफ्ते के बाकी सभी दिन चलती है। 

देश में पहली बार ट्रेन लेट होने पर मिल रहा मुआवजा
यह रेलवे में पहली बार है कि किसी ट्रेन के लेट होने पर यात्रियों को मुआवजा दिया जा रहा है। यह ट्रेन पहली बार शुक्रवार को लेट हुई थी। ट्रेन के एक घंटे से ज्यादा लेट होने पर यात्रियों को 100 रुपए मुआवजा दिया जाता है, वहीं, 2 घंटे से ज्यादा लेट होने पर 250 रुपए तक दिए जा रहे हैं।