सार
ITBP Motor Transport trainees ने जुगाड़ से कैंपस के एक ई-ऑटो बनाया है। स्क्रैप से बनाए गए इस ऑटो का इस्तेमाल कैंपस में आने जाने के लिए जवान कर रहे हैं। ई-ऑटो को हॉक नाम दिया गया है।
नई दिल्ली। भारत में सारे इनोवेशन्स और आविष्कार पर कई बार जुगाड़ तकनीक भारी पड़ जाता है। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के ऑटो इलेक्ट्रिशन कोर्स के ट्रेनीज ने भी जुगाड़ से वह कर दिखाया है जिसकी हर कोई तारीफ कर रहा है। ITBP मोटर ट्रांसपोर्ट ट्रेनीज ने स्क्रैप से ई-ऑटो बनाया है। लाखों रुपये वाले ब्रांडेड ई-ऑटो से कई मामलों में स्क्रैप वाला ऑटो काफी बेहतर है। सबसे अहम बात यह कि इसके निर्माण में कुल लागत ही करीब 30 हजार रुपये की आई है। आईटीबीपी के जवान इस ऑटो का प्रयोग कैंपस में कर रहे हैं और यह काफी बेहतर रिस्पांस भी दे रहा।
हॉक में 5 लोगों के बैठने की क्षमता, 6 घंटे चलेगा
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ऑटो इलेक्ट्रीशियन पाठ्यक्रम के प्रशिक्षुओं द्वारा बनाए गए ई-ड्राइव ऑटो का नाम 'हॉक' रखा गया है। लर्निंग प्रोजेक्ट के रूप में इसको चंडीगढ़ के आईटीबीपी ट्रांसपोर्ट बटालियन के ट्रांसपोर्ट ट्रेनिंग स्कूल में ट्रेनिंग लेने वालों ने बताया है। इस ई-ऑटो को स्क्रैप को ओवरहालिंग और असेंबल करके बनाया गया है। इसमें 5 व्यक्तियों के बैठने की क्षमता और 6 घंटे के लिए बैटरी बैकअप है। ई-वाहन की अधिकतम गति 20-25 किमी/घंटा है।
आईटीबीपी परिसर में हो रहा है इस्तेमाल
आईटीबीपी के कैंपस में इस ई-ऑटो का इस्तेमाल किया जा रहा है। तीस हजार रुपये की लागत वाले हॉक ई-ऑटो को इन-कैंपस आने जाने के लिए उपयोग में लाया जा रहा है।
ई-ऑटो का टेक्निकल स्पेसिफिकेशन
- वाहन की श्रेणी - ई-ड्राइव
- नाम - हॉक
- किसने बनाया - ऑटो इलेक्ट्रीशियन कोर्स, आईटीबीपी, चंडीगढ़
- अधिकतम गति - 20-25 किमी / घंटा
- बैठने की क्षमता - 5
- बैटरी बैकअप- लगभग 6 घंटे
- कुल बैटरी - 4
- बैटरी-लेड एसिड टाइप
- वोल्टेज- 48 वोल्ट
- मोटर- बीएलडीसी मोटर
- चार्जर-48वी सीसीएमवी-एसएमपीएस
- ब्रेक - यांत्रिक ड्रम टाइप
- ट्रांसमिशन- डायरेक्ट ड्राइव
- टायर का आकार- 3" X12 6 PR
- सस्पेंशन- टेलीस्कोपिक शॉक एब्जॉर्बर और लीफ स्प्रिंग टाइप।
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